वर्धा

Published: Oct 15, 2020 07:22 PM IST

वर्धानागपुर वाशआउट मुहिम के तार हिंगणघाट से जुड़े?

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Representational Pic

हिंगनघाट. हालही में नागपुर में हुई क्रिकेट सट्टेबाज एवं हवाला करोबारियों पर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार के नेतृत्व में कार्रवाई की गई. जिन लोगों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई,उनके तार हिंगनघाट के सट्टा व्यापारियों से जुडे होने की जानकारी है. परिणामवश नागपुर के कार्रवाई के बाद स्थानीय सटोरियो में हडकम्प मचा हुआ है.

ज्ञात हो कि, नागपुर के बाद हिंगनघाट यह सबसे बड़ा क्रिकेट सट्टे का गढ़ माना जाता है़ पिछले 25 सालों से यहाँ क्रिकेट सट्टे का कारोबार चल रहा है. बीते कुछ वर्षों में कुछ बुकियों पर कारवाई भी हुई है. परंतु कानून की कमजोरियो का फायदा उठाकर यह बुकी बच निकले. इतना ही नहीं तो इन बुकियों ने अपने पंटरों से मैच में हारी हुई राशी वसूलने के लिए शहर के कुख्यात भाई लोगो से संबंध बना के रखे है. इनका उपयोग वसूली के काम में किया जाता है.

क्रिकेट सट्टे में हारी हुई राशी देने में असमर्थ होने पर इन्हीं कथित बुकियों के दबाव में शहर के कई युवा आत्महत्या कर चुके है. करोड़पति  घर के युवायों को फसाकर उन्हें बर्बाद कर देने तक कि सच्चाई कल के रोडपति से आज करोड़पति बने बुकियों के ठाठभाट से नजर आती है.

नागपुर में सट्टेबाजों पर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार की कार्रवाई से पुरे सट्टा बाजार में हड़कंप मचा हुआ है. नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत होलकर भी नागपुर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार की तरह यहां कार्रवाई को अंजाम देंगे, इस ओर सभी की नजरे टिकी है. आईपीएल टी-20 सिरीज शुरु होने से सटोरी पुन: एक बार सक्रिय हो गये है.