वर्धा
Published: Oct 24, 2021 12:37 AM ISTEducation Policyशिक्षा नीति में समग्र परिवर्तन का लक्ष्य, गांधी हिंदी विवि के प्रो़ शुक्ल ने कहा
वर्धा. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति बोध कौशल से संपन्न व्यक्ति के निर्माण की प्रक्रिया है़ इसके क्रियान्वयन के लिए शिक्षा संस्थाओं पर अधिक जिम्मेदारी है़ राष्ट्रीय शिक्षा नीति में समग्र परिवर्तन का लक्ष्य रखा गया है़ यह नीति शिक्षक और शिक्षार्थी केंद्रित है और सभी घटकों को ध्वनित करती है़ शिक्षण संस्थाएं मनुष्य निर्माण के केंद्र है और मनुष्य बनाने का यत्न शिक्षा संस्थानों को निरंतर करते रहना चाहिए़ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 क्रियान्वयन में शिक्षण संस्थानों की भूमिका विषय पर विश्वविद्यालय के शिक्षा विद्यापीठ एवं भारतीय शिक्षण मंडल-विदर्भ प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में 24 अक्टूबर तक कस्तूरबा सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया.
समन्वित मनुष्य बनाने कारगर साबित होगी
राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता प्रो. शुक्ल ने की. प्रो. शुक्ल ने कहा कि इस नीति के प्रारूप पर देशभर में चर्चा की गयी़ इस दृष्टि से पूरा राष्ट्र इससे जुड़ा हुआ है़ मूल्यों से समन्वित मनुष्य बनाने के लिए यह नीति कारगर साबित होगी़ इसके क्रियान्वयन के लिए शिक्षक और विद्यार्थी पर अहम जिम्मेदारी है़ मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री लक्ष्मण ने मार्गदर्शन किया़ भारतीय शिक्षण मंडल, विदर्भ प्रांत के प्रांत मंत्री डा. नारायण मेहरे ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी़ स्वागत वक्तव्य शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. गोपालकृष्ण ठाकुर ने किया. कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन और डा. जगदीश नारायण तिवारी के मंगलाचरण से किया गया़
नई शिक्षा नीति पर किया मार्गदर्शन
भारतीय शिक्षण मंडल के प्रांत सह सचिव सचिन जोशी ने ध्येय श्लोक प्रस्तुत किया़ संचालन महात्मा गांधी फ्यूजी गुरुजी सामाजिक कार्य अध्ययन केंद्र के एसोशिएट प्रोफेसर डा. के. बालराजू तथा धन्यवाद विदर्भ प्रांत के युवा आयाम प्रमुख अंकित कलकोटवार ने ज्ञापित किया़ राष्ट्रगीत के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया़ इस समय विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट, गोंडवाना विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा. श्रीराम कावले, प्रो. मनोज कुमार, प्रो. नृपेंद्र प्रसाद मोदी, प्रो. हरिश अरोड़ा, सत्यवान मेश्राम, निर्मल कुमार सहित अध्यापक और भारतीय शिक्षण मंडल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे़ उद्घाटन सत्र के बाद नई शिक्षा नीति : चुनौतियां एवं अवसर विषय संत गाड़गे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय के कुलपति डा. दिलीप मालखेडे ने तथा भारतीय शिक्षण मंडल परिचय सत्र में विभिन्न वक्ताओं ने विचार रखे.