वर्धा

Published: Mar 14, 2022 01:54 AM IST

English Boardदूकानों पर अंग्रेजी बोर्ड की भरमार, सरकार के आदेश की उड़ रही धज्जियां, प्रशासन की हो रही अनदेखी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वर्धा. छोटे-बड़ी सभी दूकानों पर मराठी में बोर्ड लगाने के शासन के आदेश है़ किंतु, निर्देशों के अभाव में इस ओर पूर्णत: अनदेखी होती हुई दिखाई दे रही है़ इन दिनों शहर में दूकानों पर अंग्रेजी के बोर्ड की भरमार दिखाई दे रही है़ संबंधित प्रशासन से इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर कार्रवाई करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है.

नप और संबंधित विभाग नहीं कर रहा कार्रवाई

आमजनों को सहूलियत हो इस दृष्टिकोण से दूकानों में बोर्ड मराठी में लगाने का आदेश राज्य सरकार ने पारित किया है़ यह आदेश छोटे-बड़ी सभी दूकानों पर लागू होता है़ किंतु, इस आदेश पर कहीं भी अमल होते नहीं दिखाई दे रहा है़ आदेश की ओर नजरअंदाज करते हुए नए से शुरू होने वाली दूकानों पर भी धड़ल्ले से अंग्रेजी बोर्ड लगाना शुरू है़ नगर परिषद तथा संबंधित प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की जरूरत आन पड़ी है.

शहर में अंग्रेजी बोर्ड लगाने का बढ़ा प्रचलन

पिछले कुछ वर्षों में दूकानों में अंग्रेजी बोर्ड लगाने का प्रचलन काफी बढ़ गया है़ कई दूकानों के बोर्ड की डिजाइन और उस पर लिखे अंग्रेजी के कारण कई बार ग्राहक भ्रमित हो जाते है़ं शहर के कई अत्यावश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले दूकान जैसे, मेडिकल स्टोर्स, किराना व अन्य दूकानों पर अंग्रेजी में बोर्ड रहने से ग्रामीण विभाग से आने वाली जनता को कई बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.  

ब्रांडेड स्टोर्स के खिलाफ कार्रवाई अधर में

अधिकांश ब्रांडेट स्टोअर्स के बोर्ड यह अंग्रेजी में है़ नई नियमावली के अनुसार उन्हें मराठी में बोर्ड पर बोल्ड अक्षरों में नाम लिखना अनिवार्य है. अधिकांश ब्रांडेड स्टोअर्स पर अंग्रेजी में बोल्ड तथा मराठी में छोटे अक्षरों में लिखा है़ आदेश को स्थानीय प्रशासन ने उतनी गंभीरता से नहीं लिया है़ कार्रवाई नहीं होते देख बाद में देखेंगे, यह कहकर बोर्ड बदलने की बात व्यवसायी टाल रहे है़.