राज्य

Published: Oct 24, 2021 01:01 AM IST

Traffic signalsनहीं शुरू किए ट्राफिक सिग्नल, त्योहारों के दिनों में बढ़ रही भीड़, यातायात व्यवस्था चरमराई

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

वर्धा. शहर में पिछले तीन वर्ष से ट्राफिक सिग्नल बंद पड़े हुए है़ं  नप ने लाखों रुपए खर्च कर सिग्नल के खंभे खड़े किए थे़  परंतु अब तक सिग्नल शुरू न होने से इस खर्च पर पानी फिर गया है़ त्योहारों के दिन होने से मार्गों पर नागरिकों की भीड़ बढ़ती जा रही है़  इससे शहर की यातायात व्यवस्था पूर्णत: चरमरा गई है़  शहर के आर्वी नाका चौराहा, छत्रपति शिवाजी महाराज चौराहा, शास्त्री चौक, पोस्ट आफीस चौक तथा बजाज चौराहा परिसर में नगर परिषद प्रशासन ने करीब 44 लाख रुपए खर्च कर ट्राफिक सिग्नल खड़े किए थे.  

हादसे का शिकार हो रहे ट्राफिक के खंभे

यातायात विभाग व नप के संयुक्त प्रयास से शहर के मुख्य चौराहों पर ट्राफिक सिग्नल लगाये गए. डेमो के तौर पर आर्वी नाका, छत्रपति शिवाजी महाराज चौक तथा बजाज चौराहे के सिग्नल दो से तीन दिनों तक शुरू रहे़  परंतु इसके बाद सिग्नल व्यवस्था बंद पड़ गई़  तब से लेकर आज तक यह सिग्नल शुरू नहीं हुए़  इस बीच छत्रपति शिवाजी महाराज चौराहे के ट्राफिक सिग्नल के खंभे हादसे का शिकार भी हुए.  

पार्किंग व्यवस्था न होने से बढ़ी परेशानी 

इसके बाद उक्त ट्राफिक सिग्नल मात्र धूल खाते नजर आ रहे है़ं  तीन वर्षों से बंद पड़े सिग्नल के कारण शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई है़  नप का लाखों रुपए का खर्च बेकार गया. इन दिनों त्योहार का मौसम होने से मार्केट में नागरिकों की भीड़ बढ़ रही है़  दुपहिया व चौपहिया वाहनों की संख्या बढ़ने से मार्ग पर बड़ी मात्रा में वाहन दौड़ रहे है़ं  पार्किंग व्यवस्था न होने से यातायात पूर्णत: चरमरा गई है़  इस ओर संबंधित विभाग ने गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है. 

बंद सिग्नलों की जा रही है अनदेखी

तीन वर्षों से ट्राफिक सिग्नल बंद पड़े है़ं परंतु इसे शुरू करने के प्रयास नप ने नहीं किये. स्थानीय यातायात विभाग ने भी इस संबंध में किसी प्रकार की पहल नहीं की.