वर्धा

Published: Jan 12, 2022 11:12 PM IST

Unseasonal Rainबेमौसम बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें; फसलों को क्षति, संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

देवली. बीते चार दिनों से जिले के अनेक तहसीलों में हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. बारिश के चलते तेज हवाओं ने मौसम में ठंड बढ़ा दी. मौसम विभाग के मुताबिक अभी मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा. बूंदाबांदी के साथ कोहरे का कहर जारी रहेगा. बेमौसम बारिश से जहां फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है, वहीं संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. साथ ही चना, गेहू, तुअर व सब्जियों की फसलों का भी भारी नुकसान हुआ है.

भविष्यवाणी सच साबित

मौसम विभाग ने संभावना जताई थी कि 8 से 11 जनवरी के बीच जिले में आंधी तूफान के साथ बेमौसम झमाझम बारिश हो सकती है. मौसम विभाग का अंदाजा सही साबित हुआ है. रविवार को जिले में बेमौसम झमाझम बारिश तो सोमवार व मंगलवार को जिले के अनेक स्थानों पर रिमझिम बारिश ने दस्तक दी. अब 11 के बाद भी बदरिला मौसम बना हुआ है.

सर्द हवाओं के कारण नागरिकों को ठंड लग रही थी. कई क्षेत्रों में नागरिक अलाव जलाते हुए बैठे दिखायी दे रहे थे. मंगलवार को अचानक मौसम ने करवट बदली एवं दोपहर के दौरान रिमझिम बारिश ने दस्तक दी. सुबह से ही वातावरण अचानक बदल गया एवं सुबह 8 बजे झमाझम बारिश हुई. तहसील के अनेक गांव में बारिश रुक – रुक कर होती रही. 

सेहत के लिए खतरनाक है बारिश

एक्सपर्ट का मानना है कि इस ठंड में होने वाली बारिश में लापरवाही करने की जरूरत नहीं है. ये बारिश व ठंड नुकसान भी पहुंचा सकती है. ठंडी हवाओं के साथ साथ मौसम में गलन महसूस की जा रही है. जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. डॉक्टर का कहना है कि इस मौसम में शरीर को गर्म रखने की जरूरत है. जिसके लिए पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े पहनने चाहिए वहीं खान – पान का भी खास ध्यान रखना चाहिए.

चना, गेहूं, तुअर व सब्जियों को नुकसान

जिले के अधिकतर क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. परिणाम स्वरुप चना, गेहूं, तुअर व सब्जियों की फसल का काफी नुकसान हुआ. अधिकतर किसानों ने तुअर फसल की कटाई कर ढेर खेत में लगा दिए. लेकिन तुअर फसल पूरी तरह से भिग गई. गेहूं, चना फसल का भी काफी नुकसान हुआ. जिससे मुंह तक आया निवाला छिनने से किसानों की चिंता बढ गई है.