वर्धा

Published: Jan 27, 2022 11:18 PM IST

Movementनदी तट पर ग्रामीणों का आंदोलन, पुलिया की मांग बरसो से प्रलंबित

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

आष्टी-श. तहसील के सिरसोली-निभार्नी वर्धा नदी पर पुलिया की मांग बरसो से प्रलंबित है़. निधी मंजूर न होने से काम अटका है़. इसके लिए गणतंत्र दिवस पर 32 गांव के नागरिकों ने नदी तट पर शांतीपूर्ण मार्ग से आंदोलन किया़. शीघ्र मांग पुर्ण नहीं हुई तो वर्धा नदी पात्र में जलदफन आंदोलन की चेतावनी दी गई़.

  बता दें कि, वर्ष 2008 से यहां पुलिया निर्माण की मांग हो रही है़ समाजसेवी आशिष वाघ, शरद चव्हाण ने जनप्रतिनिधी व प्रशासन के अधिकारियों को बार बार ज्ञापन सौंपा़. पूर्व विधायक द्वारा इसके लिए अर्थ संकल्प में प्रस्ताव रखा था़ इसे मंजूरी भी मिली, परंतु निधी उपलब्ध नहीं हो पाया़ परिणामवश पुलिया का काम अटका हुआ है़.

सिरसोली-निभार्नी वर्धा नदी से 32 गांव के नागरिक आवागमन करते है़ उन्हें जान जोखीम में डालकर नाव से सफर तय करना पडता है़. आखिरकार सरकार व प्रशासन का ध्यान खींचने के लिए आशिष वाघ, शरद चव्हाण, बालासाहेब कोराटे के नेतृत्व में यह आंदोलन किया गया़ इसमें 32 गांव के नागरिक शामील हुए थे़. इस प्रसंग पर पुलिस बंदोबस्त भी तैनात किया गया़ ग्रामीणों ने शांतीपूर्वक तरिके से आंदोलन किया़.

इस प्रसंग पर कोराटे ने ग्रामीणों को संबोधित किया़ पुलिया की मांग पर शीघ्र विचार नहीं किया गया, तो आगामी दिनो में जलदफन आंदोलन करेंगे, ऐसी चेतावनी आशिष वाघ, शरद चव्हाण, रेवाशंकर वाघ, बबन वाघ ने दी़ आंदोलन में सरपंच यादव वाघ, उपसरपंच संदिप गाडगे, पुलिस पटेल संदीप जाने, शितल चव्हान, भास्कर पाथरे, भैय्यासाहेब वाघ, योगेंद्र वाघ, प्रशांत सोनारे, रघुनाथ प्रधान व अन्य नागरिक शामील हुए थे़