वाशिम

Published: Aug 05, 2021 10:30 PM IST

वाशिमरमाई योजना के लाभार्थी अनुदान की प्रतीक्षा में

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वाशिम. मानोरा पंचायत समिति में सन 2016-17 व 2020-21 इस आर्थिक वर्ष में रमाई घरकुल योजना का लाभ लाभार्थिंयों को दिया गया है. सरपंच व सचिव के कथन से लाभार्थियों ने ब्याज से पैसे लेकर घरकुल का निर्माणकार्य पूर्ण किया है. लेकिन लाभार्थियों के खातों में निधि अभी भी जमा नहीं हुआ है. जिससे लाभार्थियों को काफी तकलीफ हो रही है. सचिव ने तत्काल कार्य पूर्ण न करने पर कार्रवाई करने का पत्र देने से संबंधित विभाग ने योजना के लिए निधि उपलब्ध करवाकर देने की मांग लाभार्थी कर रहे है.

मानोरा तहसील के अधिकतर पात्र लाभार्थी रमाई घरकुल योजना का लाभ लेकर घरकुल निर्माणकार्य कर 6 माह बीत गए है. लाभार्थियों ने सन 2016-17 व 2020-21 के कार्य पूर्ण किए है. सरपंच व सचिव ने काम पूर्ण करते ही तत्काल निधि खातों में जमा करने का बताकर कार्य पूर्ण करवाकर ली. लाभार्थियों ने पैसों का बंदोबस्त करने के लिए ब्याज से पैसे लेकर काम पूर्ण किए. उसे अब 6 महीने बीत गए है. फिर भी उसका कोई उपयोग नहीं हुआ है. अब बोलते है कि रमाई योजना की निधि नहीं है.

निधि उपलब्ध होने पर खातों में पैसे जमा करेंगे. ऐेसे जवाब संबंधित विभाग के कर्मचारी दे रहे है. एक ओर रमाई घरकुल योजना की निधि उपलब्ध न होते हुए 16 जुलाई को सचिव को पत्र देकर रमाई घरकुल योजना के मंजूर घरकुल का प्रस्ताव अभी भी प्रस्तुत नही किया है. यह गंभीर बात है.

गैरजिम्मेदारी से पात्र लाभार्थी घरकुल लाभ से वंचित की जिम्मेदारी आपकी रहेगी, ऐसा पत्र में नमूद कर सचिव को पंचायत समिति की ओर से पत्र दिया गया. लेकिन रमाई घरकुल योजना में निधि उपलब्ध ना होने से काम कैसे करें, संबंधित विभाग ने पहले निधि का प्रावधान करने की मांग लाभार्थियों ने की है. 

मानोरा तहसील के 17 घरकुलों में से 6 घरकुल अभी भी प्रलंबित है. इन लाभार्थियों को निर्माणकार्य के लिए निधि मिली नही है, ऐसा आरोप लाभार्थियों ने किया है. अनुदान ना मिलने से निर्माणकार्य कैसे करें, ऐसा सवाल लाभार्थी कर रहे है. गटविकास अधिकारी ने प्रलंबित घरकुल पूर्ण कर प्रस्ताव प्रस्तुत करने के आदेश दिए है.

गैरजिम्मेदारी से लाभार्थी घरकुल से वंचित की जिम्मेदारी आपकी रहेगी, ऐसा पत्र में नमूद है. जिससे सिर्फ पत्र व्यवहार ना करते हुए काम की समस्या हल करने की मांग लाभार्थियों ने की है. तथा इस संदर्भ में अड़चन दूर करने का भी कहा है.