वाशिम

Published: Jan 20, 2021 10:57 PM IST

वाशिमजि.प. की 569 स्कूलो में होगा बदलाव - शिक्षण विभाग का नियोजन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वाशिम. शालेय विद्यार्थियों के मन में शिक्षा के प्रति रुचि निर्माण करने के लिए स्कूलों के परिसर में आकर्षकता लाना आवश्यक है़  इसके लिए जिला परिषद स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से विविध सुविधाओं का निर्माण करने का निर्णय सरकान ने लिया है़ इस संदर्भ में 1 दिसबंर को जारी परिपत्रक में स्कूलों से प्रस्ताव आमंत्रित करने की सूचना जिला स्तर पर दी गई हैं. वाशिम जिले की 569 स्कूलों से विविध सुविधाओं के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए है़.

महाराष्ट्र के अधिकतर विद्यार्थी जि.प. की स्कूलो में शिक्षा ले रहे है़  इन विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए स्कूलों का परिसर सुंदर होना आवश्यक है़  स्वच्छ, सुंदर, हरेभरे परिसर में शिक्षा लेना व पढ़ाना यह दोनों प्रक्रिया हर्षमय होगी व ऐसे परिसर में मन प्रसन्न रहेगा़  इस बात को देखते हुए स्कूलों का परिसर महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से सुंदर बनाकर शालाओं को भौतिक विकास करने का निर्णय सरकार ने लिया है़ 

रोगायो प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में कार्य 

सरकार द्वारा जारी परिपत्रक के अनुसार रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत शाला, आंगनवाडियों के भवन में भौतिक सुविधा निर्माण करने के लिए प्राप्त प्रस्तावों का सत्यापन करके इन प्रस्तावों की मांग के अनुसार संबधित स्कूलों में काम किया जाएगा. इस संदर्भ में मार्गदर्शन करने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय के रोगायो विभाग में प्रशिक्षकों की नियुक्ति की गई है़  संबधित प्रशिक्षक शिक्षण विभाग के सहयोग से स्कूलों में सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन करके अंतिम प्रस्ताव भी तैयार करेंगे़.

इस बीच स्कूलो के परिसर में विद्यार्थियों के शारीरिक विकास होने की दृष्टि से जिले के अधिकतर स्कूलों ने स्कूल के परिसर में पौधारोपण, सुविधायुक्त मैदान, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और शोष गड्ढों का निर्माण के प्रस्ताव प्रस्तुत किए है़  इन प्रस्ताव के अनुसार प्रारुप तैयार करके इसके लिए आवश्यक रहनेवाला निधि का बजट भी प्रशासन से लिए जानेवाला है़.

इस संदर्भ प्रभारी शिक्षणाधिकारी के अनुसार सरकारी परिपत्रक के अनुसार प्रस्ताव प्रस्तुत करने की सूचना गट शिक्षणाधिकारी द्वारा सभी मुख्याध्यापकों को दिए हैं. इस में अब तक 735 स्कूलों में 569 स्कूलों ने प्रस्ताव प्रस्तुत किए है़  इसका सत्यापन करने की प्रक्रिया शुरु की गई है़