यवतमाल
Published: Apr 21, 2022 11:32 PM ISTWater Crisisचिंचमंडल गांव में जल की कृत्रिम किल्लत, गांववासियों पर पानी के लिए भटकने की नौबत
- ग्रापं. का लचर नियोजन
मारेगांव. तहसील के चिंचमंडल परिसर में ग्रामपंचायत प्रशासन के लचर नियोजन का खामियाजा ग्रामवासियों को भुगतना पड रहा है. गांव के निकट वर्धा नदी होने पर भी गांव के नागरिकों को पानी के लिए दर दर भटकना पड रहा है. इस गांव में ग्रीष्मकाल में पानी की कृत्रिम किल्लत महसूस की जा रही है. जिसके चलते ग्रामवासियों ने प्रशासन के खिलाफ रोष जताना शुरू किया है.
उल्लेखनीय है कि विगत 22 फरवरी को ही क्षेत्र के विधायक संजीवरेड्डी बोदकुरवार की अध्यक्षता में तहसीलस्तर पर जलकिल्लत से निपटने हेतू समीक्षा बैठक ली गई थीं. इस दौरान स्थानीय प्रशासन ने इस वर्ष जलकिल्लत नहीं होने का विश्वास जताया था. लेकिन चिंचमंडल में पानी का भरपूर संग्रह होने पर भी केवल प्रशासन का जलापूर्ति का नियोजन लचर होने से ही यह किल्लत निर्माण हुई है.
ऐसा आरोप चिंचमंडलवासी कर रहे है, फिलहाल कडी धूप पड रही हे, ऐसे में पानी के लिए गांववासियों को दर दर भटकना पड रहा है. जिससे प्रशासन के खिलाफ नागरिकों में रोष उठता दिख रहा है, विधायक की अध्यक्षता में ली गयी जलकिल्लत निवारण की बैठक बेकार साबित हुई, ऐसा मत ग्रामवासी जता रहे है.