यवतमाल

Published: Sep 21, 2021 11:54 PM IST

Dam Waterबेंबला, अडान, गोकी, पुस बांध के दरवाजे खोले, ,बारिश के बाद लबालब हुए बांध

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल. जिले में लगातार हो रही बारिश के बाद सभी बडे और मध्यम, लघु प्रकल्प इन दिनों भर चुके है. इन बांधों का जलस्तर बढने के बाद जिले में बेंबला, गोकी, ईसापुर, पुस, वाघाडी बांध से बडे पैमाने पर जल नदीयों और कैनालों में छोडा जा रहा है. आज 21 सितंबर को जिले में अनेक बांध से जल का विसर्ग कीया गया. इससे पहले प्रशासनिक स्तर पर नदी तट के गांवों कों सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे.

बेंबला के 2 गेट खुले

आज सुबह बाभुलगांव तहसील में स्थित बेंबला रिवर बांध में जल संग्रह 93.38 मिटर आंका गया था. बेंबला बांध क्षेत्र में मानसुन की शुरुआत से लेकर अब तक कुल 613 मिलीमिटर बारिश गिरी, इसके अलावा नदीयों और नालों के प्रवाहों से आनेवाला जल इसमें जमा होने के बाद इसमें 267.80 मिटर जल संग्रह हो चुका था.

इसे ध्यान में लेकर बेंबला बांध प्रशासन द्वारा आज सुबह 2 दरवाजे 50 सेंमी. खोलकर जल छोडा गया.बता दें की बिते पखवाडे ही बेंबला के 16 दरवाजे खोलकर बडे पैमाने पर जल छोडा गया था.जिससे बेंबला, वर्धा नदी का जलस्तर बढने से प्रशासन ने नदी तट के गांवों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए थे. फिलहाल सभी स्थानों पर हालात सामान्य है, लेकिन तहसील प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है.एैसी जानकारी प्रशासनिक सुत्रों ने दी.

अडाण मध्यम बांध के ईलाके में जलसंग्रह का स्तर बढता देख आज प्रशासन ने स्पाईल वे से जल को छोडा, आज सुबह इसके 2 दरवाजे 5 सेंमी.खोलकर 11.97 क्युमेक्स जल अडाण नदी में छोडा गया. जबकी गोकी मध्यमप्रकल्प में 42.71 मिटर जलस्तर बढ चुका था, जिससे फ्लड डिस्चार्ज सिस्टीम से जल छोडा गया.

जबकी पुसद तहसील के पुस प्रोजेक्ट का जलस्तर 398 मिटर बढने के बाद यह बांध पुरी तरह लबालब हो चुका था. इसे ध्यान में लेकर आज 21 सितंबर की सुबह 17.01 क्युमेकक्स जल छोडा गया. घाटंजी तहसील के वाघाडी मध्यम बांध में जलस्लर 318.77 मिटर दर्ज कीया गया. यह बांध भी 100 फिसदी भरने के बाद कैनाल के जरीए 15.25 क्युमेक्स जल छोडा गया.

वणी तहसील में मुसलाधार बारिश

वणी तहसील में बिशे 24 घंटों में मुसलाधार बारिश गिरी.21 सितंबर की रात से लेकर दोपहर तक वणी तहसील में हर स्थान पर भारी बारिश के कारण जनजीवन पर इसका विपरित असर हुआ.भारी बारिश के बाद विदर्भ नदी का जलस्तर बढ चुका था.जिससे तहसील के पठारपुर, मालेगांव, कायर इन स्थानों को मुख्यालय से जोडने वाले विदर्भ नदी पर बने पुलिया के उपर रास्ते से पानी बह रहा था, जिससे बाढसदृश्य हालात दिखाई दे रहे थे. इसे ध्यान में लेकर उपरोक्त गांव के नागरिकों को इस पुलिया से आवाजाही न करने की सुचना प्रशासन द्वारा दी गयी थी.