यवतमाल

Published: Jan 03, 2022 10:59 PM IST

Vaccinationबच्चों के पहले टीका के लिए बच्चों ने दिया अच्छा प्रतिसाद,

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल.   कोरोना संक्रमा को  रोकने के लिए सरकार पुरजोर प्रयास कर रहा है. ऐसे में यह कोरोना टीकाकरण 15 से 18 उम्र के बीचवालें बच्चों को दी जा रही है. बच्चों के टीकाकरण का सोमवार 3 जनवरी पहला दिन था. ऐसे में बच्चों ने टीकाकरण कर नागरिकों से टीकारकण करने के लिए अपील की. पहले ही दिन बच्चों से टीका लगाने के लिए अच्छा प्रतिसाद दिया. 

सरकार ने कोरोना का टीका उम्र 15 से 18 के बीच बच्चों को लगाने की अनुमती दी है. सोमवार 3 जनवरी को  स्थानीय एम, बी. खान मराठी माध्यमिक विद्यालय, ज्यूनिअर कॉलेज ऑफ सायन में बच्चों को टीकाकरण लगवाया. इस समय बच्चों से टीकाकरण को लेक संवाद किया तो बच्चों ने हमने टीका लगावाया है आप भी टीका लगावए ओर सुरक्षित रहने की अपील की है.

वणी तहसील में सबसे  अधिक  व झरी तहसील में सबसे कम बच्चो का टीकाकरण 

 जिले के वणी तहसील में सर्वाधिक  टीकाकरण हुआ है  पहले हे दिन 1 हजार 530  बच्चो ने टीका लगावाया है.  सबसे कम झरी तहसील में केवल 80 बच्चों टीकारकण किया है.   यवतमाल तहसील मे 1069, पुसद तहसील में  716, कलब 700, आर्णी  तहसील में 457, बाभूलगाव तहसील में 206, दारव्हा तहसील में  625, दिग्रस तहसील में 440, घाटंजी तहसील में 125, महागाव तहसील में  205, मारेगाव तहसील में 334, नेर तहसील में 338, पांढरकवडा तहसील में 547, रालेगाव तहसील में 543, झरीजामणी तहसील में  80  कूल 8 हजार 238 बच्चों ने पहले दिन टिका लगवाया है.

छात्रों ने टीकाकारण कर सुरक्षित रहना चाहिए

कोरोना के पार्श्वभूमी पर टीाकरकण करना आवाश्यक है. स्कुल दोबारा सही से सुचारू करने के लिए अन्य छात्रों ने भी टीकाकरण करना चाहिए. इस वजह से हमने टीका लगवाया है ओर अन्य छात्रों ने भी टीकाकरण कर सुरक्षित रहना चाहिए.

- रगिनी किशोर शेंडे, कक्ष 10 वी

प्रशासन को सहाकार्य करना चाहिए

पिछले दो वर्षे से कोरोना का संक्रमण शुरू है. इसके चलते स्कूल बंद है यह स्कूल बंद होने कारन छात्रों को बडी क्षति पहुची है. टीकाकरण को गती देने के लिए छात्रो ने प्रशासन को सहकार्य करना चाहिए.

- श्रेया पारधी, कक्षा 10 वी

टीका सुरक्षित है सभी लगवाए 

छात्रों की टीकारकण को सोवमार 3 जनवरी से शुरूआत होने के बाद स्कूल में शिबिर लिए है. शुरूआत में टीका लेना है या नही यह दिल में संदेह ओर डर था. लेकिन टीका लगवाने पर ज्यादा दर्द नही हूआ है. टीका सुरक्षित है सभी ने लगवाना चाहिए

- वैभवी साबरे कक्षा 12 वी, आने विद्यायल, यवतमाल.

यह टीका कोरोना मुक्ती की ओर लेजानेवाला 

ऑनलाइन शिक्षा से बोर हूई जीवन स्कूल शुरू होने के बाद दोबारा आंनदी हुआ. लेकिन दोबारा ओमायाक्रोन ने दरवाजे पर दस्तक दी है. जिस वजह से छात्रों के लिए शुरू किए हुआ टीकाकरण निश्चित रूप् से सुरक्षित है. आज स्कूल में शिबिर का आयोजन किया था उस समय हमने टीका लगाया है.टीका सुरक्षित है ओ कोरोना मुक्ती की ओर लेजानेवाला है.

रागिनी शिंदे कक्षा 12 वी , आणे विद्यालय यवतमाल