यवतमाल

Published: Jun 19, 2022 09:52 PM IST

Yavatmal Newsजिले के जलाशयों में ठणठणाट; दो दिनों में आयी कमी, बारिश में देरी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल:  जिले के छोटे व बडे प्रकल्पों के जलसंग्रह में काफी कमी आयी है. बारिश के दिनों की शुरूआत के दो सप्ताह हो चुके है. लेकिन बारिश में देरी होने से चहुओर चिंता का माहौल बना हुआ है. बीते दो दिनों से बडे व मध्यम प्रकल्पों के जलस्तर में काफी कमी आयी है.

बता दें कि इस बार संतोषजनक बारिश होने का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है. अनुमान के मुताबिक अब तक संतोषजनक बारिश नहीं हुई है. मृगनक्षत्र सूखा गुजर रहा है. कुछ इलाकों में शुरूआत में बारिश होने से ठंडा माहौल निर्माण हो गया था. उन इलाकों के किसानों ने बुआई का कार्य निपटाने की तैयारी शुरू की है.

जिले में हाल की स्थिति में 30 फीसदी से अधिक क्षेत्र में कपास की बुआई की गई है. वहीं तुअर, सोयाबीन का बुआई क्षेत्र अत्यल्प है. जून महिने भी बीतने की कगार पर है. लेकिन जलसंग्रह में अनुरूप बढोत्तरी नहीं हुई है. गर्मी के दिनों में जलसंग्रह बांध में होने पर अब इसमें बढोत्तरी होना अपेक्षित था. लेकिन जलसंग्रह में कमी आयी है. हाल की घडी में जिले के प्रकल्पों में काफी कम जलसंग्रह उपलब्ध है. पूस प्रकल्प में 27.73, अरूणावती में 19.50 बेंबला में 42.32 फीसदी जलसंग्रह है. 

जिले में सात मध्यम प्रकल्प है. इन प्रकल्पों के जलसंग्रह में अपेक्षित बढोत्तरी नहीं हुई है. प्रमुखता से अडाण 29.14, नवरगांव 32.17, गोकी 15.18, वाघाडी में 15.35, सायखेडा में 13.98, अधर पुस में 21.41, बोरगांव बांध में 1.45 फीसदी जलसंग्रह उपलब्ध है.