यवतमाल

Published: Sep 29, 2021 10:51 PM IST

Shakuntala broad gauge lineशकुंतला ब्रॉडगेज लाइन के लिए जारी होंगे प्रयास

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल. यवतमाल जिले की अंगरेजकाली धरोहर और ग्रामीण ईलाकों की एक समय यात्रावाहीणी के तौर पर मशहुर शकुंतला रेल और इस लौहमार्ग को बचाए रखने समेत इस लाईन को ब्राडगेज में परिवर्तीत करने के लिए प्रयास कीए जा रहे है. अमरावती में शकुंतला बचाव आंदोलन के जरीए शकुंतला की मुक्ती के लिए बिगुल फुंका गया है.

अब शकुंतला रेललाईन बचाने और इसके विकास का यह आंदोलन निर्णायक मोड पर पर आ चुका है, एैसी जानकारी यवतमाल वाशिम की सांसद भावना गवली ने दी है. इस बारे में जानकारी देते हुए उन्होने उम्मीद जतायी की इस आंदोलन को जल्द ही सफलता मिलेंगी और शकुंतला ब्राडगेज रेल्वेमार्ग पर दौडेंगी. वर्ष 2005 से शकुंतला को नैरोगेज से मुक्ती मिलें इसके लिए प्रयास करने की भी उन्होने जानकारी दी.

अचलपुर से यवतमाल के दौरान गुजरनेवाले शकुंतला की नॅरोगज रेललाईन देश की स्वतंत्रताप्राप्ती के बावजुद क्लीक निक्सन इस ब्रिटीश कंपनी के कब्जे में थी. भारत सरकार और कंपनी का करार समाप्त होने पर शकुंतला इससे मक्त हुई, लेकिन अधिकारीयों ने भेजी गलत रिपोर्ट और लालफिताशाही में यह धरोहर अटक गयी, परिणामस्वरुप शकुंतला फिलहाल वनवास भोगने की हालत में है. इस रेललाईन को दुबारा शुरु करने नागरिकों ने आंदोलन शुरु कीया है.

जो अब निर्णायक स्थिती में है. कारंजा क्षेत्र से गुजरनेवाली इस रेललाईन को ब्राडगेज बनाने की मांग 2005 से की जा रही है, एैसी जानकारी सांसद गवली ने देते हुए कहा की, 2005 में शकुंतला में यात्रा कर सर्वे के कामकाज का जायजा लिया था, मिटरगेज लाईन के लिए तत्कालीन समय में 500 करोड के प्रस्ताव सरकार को पेश कीये थे, यह रेल प्रति घंटा 100 किमी.की गती से दौडने निर्णय लिया था, लेकिन इसके बाद दुर्भाग्यवश तकनिकी कारणों से शकुंतला ट्रेन बंद पड चुकी थी. नागरिकों की मांग और जरुरत को ध्यान में लेकर इसे फिर से शुरु कीया.लेकिन कुछ स्थानों पर रेलपटरीयां और रेल्वे पुल खराब होने से इसे फिर बंद कर दिया गया था.

तत्कालीन रेलमंत्री के दालान में बैठक के दौरान सांसद गवली ने दो प्रस्ताव पेश कीए थे, जिसमें निक्सन कंपनी को 12 माह की नोटीस देकर समझौता कर करार समाप्त करने और वर्धा नांदेड रेल्वे के साथ ही शकुंतला मार्ग को ब्राडगेज में तब्दील करने के यह प्रस्ताव थे.इसमें यह मार्ग ब्राडगेज होने पर 500 करोड रुपए बचने की रिपोर्ट रेल्वे के वित्तविभाग ने केंद्रीय रेलमंत्री को भेजी थी, लेकिन शकुंतला ब्राडगेज या मिटरगेज करने पर कोई निर्णय नही लेने के कारण यह प्रस्ताव लंबीत है, इसके लिए सांसद धोत्रे और अन्य सहयोगी भी रेलमंत्री पियुष गोयल के पास प्रयास कर रहे है, यह रेलमार्ग उदयोग धंदों के लिए महत्वपुर्ण होंगा, जिससे इस नागरीक आंदोलन को पुरा समर्थन होने की जानकारी सांसद गवली ने दी है.

व्यापार को मिलेंगी गती

वर्धा-नांदेड इस ब्रॉडगेज रेलमार्ग के साथ ही अचलपूर यवतमाल यह शंकुतला रेलर्मा भी ब्राडग्रेज होना जरुरी है. इससे जिले में व्यापार, उदयोगों को बढावा मिलेंगा और यातायात की सुविधा निर्माण होंगी.

सांसद भावना गवली

यवतमाल-वाशीम लोकसभा निर्वाचनक्षेत्र