यवतमाल

Published: Aug 11, 2020 12:35 AM IST

मानव वन्यजीव संघर्षपहले अवनी, अब इस बाघ ने बढाया वनविभाग का सिरदर्द, मानव वन्यजीव संघर्ष बढा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल. यवतमाल में 2 वर्ष पहले वनविभाग का सिरदर्द बढानेवाली बाघ अवनी के बाद अब और एक बाघ ने वनविभाग की चिंता बढाई है. पांढरकवडा वनविभाग के हत टिपेश्वर अभयारण्य के समीप गाव क्षेत्र में इस बाघ ने मुक्काम किया है. पालतु जानवरों की शिकायत यक बाघ कर रहा. जिससे खेतीहर मजदुर, किसान, ग्रामवासी डरे हुए है. जिससे ग्रामवासी और  वन्यप्राणी  संघर्ष निर्माण हुआ है. यवतमाल के पांढरकवडा वनविभाग के तहत आनेवाले अंधारवाडी, कोपामांडवी, कोबई बाव में पट्टेदार बाघ ने मुक्काम किया.

पशुपालको की गाय, बकरीयों की शिकायत यह बाघ करता है. अबतक उसने इंसानों पर हमला नही किया, लेकिन खेतों में मुक्त संचार कर रहा है. खरिप का मौसम शुरू है. खेती में विविध कामकाज शुरू है. इसी दौरान बाघ की वजह से कामकाज प्रभावित होने से ग्रामवासीयों में वनविभाग के प्रति रोष व्यक्त हो रहा है. ग्रामवासी बाघ को भगाने का प्रयास कर रहे है. जिससे मानव तथा वन्यजीव संघर्ष में कोई दुर्घटना होने का डर निर्माण हुआ है. वनविभाग वाघ का बंदोबस्त करने के लिए उपाययोजना नही करने का आरोप ग्रामवासीयों ने किया है. बाघ की वजह से हम डरे हुए है.

खेती में काम करना कठीन बना है.  फसल का भी नुकसान हो रहा है. खेत में गए तो बाघ दिखता है. वह जानवरों को मारता है. बाघ के घर से खेती के काम रूके हुए है. तुरंत इस बाघ का बंदोबस्त करें ऐसी मांग ग्रामवासीयों ने की है.  गाव के समीपही टिपेश्वर अभयारण्य है. यहा बाघों की संख्या में वृध्दी हुई है. यहाके बाघ और उनके बच्चे बाहर आते है. समीप के ग्रामवासीयों को हमेशाही बाघ का दर्शन होता है. बाघ की  फोटो ग्रामवासीयों ने ली है. इसकी शिकायते कभी बार बार वन विभाग की ओर की गई. लेकिन बाघ का बंदोबस्त नही होने से ग्रामवासी संतप्त हुए है. दुसरी ओर वनविभाग और पुलिस अधिकारीयों की टिम ने ग्रामवासीयों की सभा लेकर बाघ को भगाने का प्रयास ना करें ऐसा आह्वान किया. जनवन योजना के तहत क्षेत्र में कुंपण बनाने की कारवाई वनविभाग कर रहा है. लेकिन बाघ को पकडना कठीन होने की बात वनविभाग ने स्पष्ट की है.

पांढरकवडा वनक्षेत्र में ही 2 वर्ष पहले अवनी बाघ ने 14 किसान, खेतीहर मजदुरों की शिकार की थी. इसके बाद अवनी को पकडने के लिए शुरू की  मिशन टी वन ने दुनिया का ध्यान खिंचा. दुर्भाग्यवश अवनी का मारा गया. अब फर से इस बाघ ने गाव एवं खेत क्षेत्र में दहशत निमा्रण की है, जिससे वनमंत्री के जिले में वनविभाग का सिरदर्द बढ गया है.  बाघ के बछडे इस क्षेत्र के खेती में है. जिससे ग्रामवासीयों को खतरा होने की शिकायते आयी है. इसलिए डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी जनवन योजना में इस क्षेत्र में 7 फिट उंचाई का तार कंपाउंड देने की कार्रवाई शुरू होने की जानकारी  विभागीय वनाधिकारी वन्यजीव  सुभाष पुराणिक ने दी है.