यवतमाल

Published: Jul 14, 2021 10:59 PM IST

Travel in Travelsलाकडाउन: ST नहीं, ट्रैवल्स में सफर, लंबी दूरी के सफर के लिए ट्रैवल्स बसों को प्राथमिकता

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल. जिले में जहां अनलॉक की प्रक्रिया चल रही है,वहीं रात के समय राज्य परिवहन निगम की कुछ एसटी बसें भी चल रही हैं. जिससे यात्री समय से पहले अपने नियोजित स्थल तक पहुंच सकेंगे. लंबी दूरी की यात्रा के लिए इन ट्रैवल्स को पहली वरीयता दी जा रही रही हैं, क्योंकि एसटी की तुलना में ट्रैवल्स में काफी सुविधा और आरामदायक होने से लंबे दूरी के लिए यात्रियों की पहली पसंद है.

राज्य परिवहन निगम के पास स्लीपर कोच कम हैं. इसके अलावा उनकी सफाई वैसी नहीं है जैसी होनी चाहिए. इससे यात्रियों में मायूसी है. एसटी से अधिक टिकट होने पर भी ट्रैवल्स से यात्रा करते हैं. यात्री विश्वास व्यक्त कर रहे हैं कि अगर एसटी भी सफाई का ध्यान रखेगा तो एसटी को भी बेहतर यात्री मिलेंगे. फिलहाल यवतमाल से एक रात की बस चल रही है. अन्य डिपो की बसें यवतमाल से रात में जा रही हैं.

ST में है सिंगल स्लीपर कोच 

राज्य परिवहन निगम के पास फिलहाल सिर्फ एक स्लीपर कोच है. बसें रात में यवतमाल-पुणे के रूप में शुरू की गई है. शाम होते ही बस में यात्रियों की भीड़ लग जाती है. स्लीपर कोच के लिए एसटी में आने वाले यात्रियों की संख्या कम होने के कारण इन बसों को उपलब्धता के अनुसार शुरू किया गया है. फिलहाल यात्री सीमित हैं.

ज्यादा टिटक देने तैयार

पुणे पहुंचने के लिए एसटी और ट्रैवल्स दोनों विकल्प उपलब्ध हैं. एसटी के तुलना में ट्रैवल्स की टीकट अधिक है. इसके बाद भी यात्री ट्रैवल्स को पहली तरजीह दे रहे हैं. जगह की साफ-सफाई ने ही यात्रियों को व्यस्त रखा है.

एसटी के रात की बसें….

ट्रैवल्स में आरामदायक सफर

एसटी की तुलना में ट्रेवल्स अधिक आरामदायक हैं. ट्रैवल्स में सफाई का ध्यान रखा जाता हैं. एसटी निगम की बसों में ऐसी सफाई देखने को नहीं मिलती है. नतीजतन पुणे की यात्रा एसटीए के लिए पसंद की जाती है. इस वजह से ज्यादातर कई बार ट्रैवल्स से ही यात्रा कि जाती है.

अजय देशमुख,यवतमाल