यवतमाल

Published: Nov 04, 2021 12:26 AM IST

Vaccineदीपावली पर बनाएं सजावटी रोशनी-जिलाधिकारी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Representative Ima

यवतमाल.  पिछला साल कई लोगों के लिए सेहत के लिहाज से खराब रहा, कई परिवारों के सदस्यों को अपनी जान गंवानी पड़ी. इससे जहां कुछ बेसहारा हो गया है, वहीं कई को कोरोना के कारण अस्पताल में आर्थिक नुकसान भी हुआ है.

कोरोना बीमारी फिलहाल नियंत्रण में है क्योंकि सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए बड़ी संख्या में मुफ्त कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करा दी है, लेकिन कोरोना की बीमारी अभी खत्म नहीं हुई है. यह आप पर हमला करने के लिए अपने आप में उत्परिवर्तन भी उत्पन्न करता है और अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा जैसे विभिन्न रूपों में आपके अचेतन क्षण को उलट देता है.

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इस समय पूरी दुनिया में वैक्सीन ही एकमात्र कारगर विकल्प है. भारत में बनी वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और भारत में एक करोड़ से ज्यादा लोगों को इसका टीका लगाया जा चुका है. भारत ने कई देशों को वैक्सीन का निर्यात भी किया है, जहां यह प्रभावी रहा है. वैक्सीन लेने के बाद हल्का बुखार या रैशेज होना सामान्य बात है, वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. इसलिए किसी भी अफवाह के शिकार हुए बिना टीकाकरण करवाकर अपनी सुरक्षा करना आवश्यक है.

जिन नागरिकों का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें दिवाली के शुभ अवसर पर टीकाकरण के माध्यम से अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए. टीकाकरण को प्राथमिकता देकर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा करें. कोरोना से बचाव के लिए नियमित अंतराल पर वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक लेने के बाद आपका शरीर कोरोना से लड़ने के लिए विशिष्ट एंटीबॉडी का उत्पादन करता है. इसलिए दूसरी खुराक लेना जरूरी है.

 यवतमाल जिले में 12 लाख 10 हजार नागरिकों ने पहली खुराक और पांच लाख नागरिकों ने दूसरी खुराक ली है. जिले में अब तक 17 लाख से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. जिले में कुल 322 टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं और नागरिकों को टीके की उपलब्धता के अनुसार नि:शुल्क टीकाकरण किया जा रहा है.

इसके अलावा नागरिकों की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है. स्थानीय ग्राम पंचायतों के समन्वय से ग्रामीण क्षेत्रों में शाम 4 बजे से शाम 7 बजे तक टीकाकरण शिविर भी लगाए जा रहे हैं. बीमार और बुजुर्ग जो टीकाकरण केंद्र नहीं जा सकते हैं, उन्हें चिकित्सा टीम द्वारा घर पर ही टीका लगाया जा रहा है. देश का भविष्य बनाने वाले कॉलेज के युवाओं का टीकाकरण करने के लिए प्रशासन द्वारा विभिन्न कॉलेजों में कैंप का आयोजन किया जा रहा है.

जिला प्रशासन द्वारा कवच कुंडल योजना, युवा स्वास्थ्य मिशन आदि. योजना के तहत नागरिकों से टीकाकरण कराने का आवाह‍्न किया जा रहा है. प्रत्येक तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में पूरे गांव का टीकाकरण पूरा करने वाली पहली ग्राम पंचायत को नकद पुरस्कार और पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. साथ ही प्रशासन ने बार-बार लोगों से हाथ साफ रखने, मास्क का प्रयोग करने और सुरक्षित दूरी का पालन करने की अपील की है.

जिले में टीकाकरण बढ़ाने के लिए पालकमंत्री संदीपान भुमरे जाति पर नजर रखे हुए हैं. जिलाधिकारी अमोल येडगे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. श्रीकृष्ण पांचाल लगातार विभिन्न गांवों का दौरा कर रहे हैं और सभी से टीकाकरण को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर कर टीकाकरण कराने की अपील कर रहे हैं.

उनके मार्गदर्शन में सभी चिकित्सा एवं प्रशासनिक अधिकारी नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए टीकाकरण अभियान चला रहे हैं. सभी के सहयोग से ही कोरोना पर विजय संभव है. इसलिए जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी और अपनों की सुरक्षा के लिए आज ही टीका लगवाएं और कोरोना से बचाव के साथ दिवाली मनाएं.