यवतमाल

Published: Sep 26, 2022 11:31 PM IST

Navratri 2022उत्साह और भक्तीपूर्ण माहौल में नवरात्रि पर्व की यवतमाल में शुरुआत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल. देश में कोलकाता के बाद देश में उत्साह और भक्तीपुर्ण माहौल में मनाए जानेवाले नवरात्री उत्सव की यवतमाल में आज नवरात्र घटनास्थापना के साथ ही 26 सितंबर से शुरुआत हो चुकी है. आगामी दशहरा पर्व तक यवतमाल शहर और जिले में नवरात्री पर्व मनाया जाएंगा. आज सुबह से ही मां दुर्गा की प्रतिमाओं को स्थापित करने के लिए सार्वजनिक नवरात्री उत्सव मंडलों में उत्साह का वातावरण दिखाई दिया.

सुबह से लेकर देर शाम तक यवतमाल शहर में विभीन्न सार्वजनिक नवरात्री उत्सव मंडलों द्वारा दुर्गादेवी की स्थापना की गयी.सुबह से ही दुर्गादेवी भक्तों द्वारा उत्साह और भक्तीपुर्ण वातावरण में रैलीयां निकालकर दुर्गाप्रतिमाओं कों ढोलाताशों, विभीन्न झांकीयों का प्रदर्शन और गुलाल उधेडते हुए घटनास्थापना की गयी. इस अवसर पर आरतीयों, महापुजा का आयोजन कर पंडालों में मॉं दुर्गा की मूर्तीयों की स्थापना की गयी.उल्लेखनिय है की कोरोना काल के 2 सालों बाद इस वर्ष भक्तीपुर्ण और उत्साहपुर्ण वातावरण में नवरात्र पर्व शहर में मनाया जा रहा है.

यवतमाल शहर के आठवडी बाजार स्थित शितला माता मंदिर में हिंदुस्थानी दुर्गादेवी उत्सव मंडल द्वारा नवरात्री पर्व पर व्यापक स्तर पर आयोजन किया गया है. आज दोपहर में ही दुर्गोत्सव मंडल द्वारा शितलामाता मंदिर परिसर में दुर्गादेवी की मूर्ती की घटनास्थपना की गयी, इससे पहले ढोल ताशों और पारंपारिक वादययंत्रों,विभीन्न धार्मिक झांकीयों के साथ निकली रैली में सैंकडों भक्त शामिल हुए. इस अवसर पर शितलामाता मंदिर परिसर को आकर्षक रौशनाई से सजाया गया है.

इस परिसर में भक्तों की सुविधा के लिए महाप्रसाद का  भी आयोजन होंगा, जबकी पुरे परिसर में पुजापाठ की सामुग्री और धार्मिक सामुग्री के स्टॉल लगे है. उल्लेखनिय है की नवरात्री पर्व पर यहां पर दर्शनों के लिए महिलाओं की तडके से ही लंबी कतारें लगी होती है, भक्तों की सुविधाओं के लिए व्यापक तौर पर प्रबंध किए गए है.

इसके अलावा नवरात्री पर्व पर आठवडी बाजार में मेला लगा है, जिसमें बच्चों के खिलौनों की दुकानें, विभीन्न प्रकारके झुले भी लगे है.तो दुसरी ओर स्थानिय आजाद मैदान में गुजराती समुदाय द्वारा इस नवरात्री पर्व पर हमेशा की तरह इस वर्ष भी पारंपारिक तौर पर रास गरबा का आयोजन किया गया है. इसके लिए आजाद मैदान में लगे भव्य पंडाल को नवरात्री पर्व पर सजाया गया है.यहां पर गुजराती समुदाय के नागरिक, महिला पुरुष, युवक, युवतीयां रास गरबा कर दुर्गादेवी की भक्ती और उपासना करेंगे. इसके लिए गुजराती रास गरबा आयोजन समिती द्वारा व्यापक तौर पर प्रबंध किए गए है.

शहर के बालाजी चौक,गांधी चौक, जयहिंद चौक, मालीपुरा,स्टेट बैंक चौक, वडगांव रोड, माईंदे चौक,गोधणी मार्ग, से लेकर अनेक स्थानों पर सार्वजनिक नवरात्री उत्सव मंडलों द्वारा व्यापक तौर पर तैयारीयां करते हुए नवरात्री पर्व पर मॉं दुर्गा की प्रतिमाओं की आज घटस्थानाप की, इस नवरात्री पर्व पर सभी स्थानों पर आकर्षक रौषनाई और देश की हिंदु धर्म के धार्मिक स्थलों की प्रतिकृतीयों का विभीन्न स्थानों पर निर्माण किया गया है.

दुर्गादेवी भक्तों में शहर में आयोजित नवरात्री पर्व पर दर्शनों को लेकर उत्साह दिख रहा है.आगामी दशहरा पर्व तक मनाया जानेवाला है, जिससे यवतमाल शहर में नवरात्रोत्सव पर्व पर सुबह से लेकर देर रात तक भक्त विभीन्न सार्वजनिक मंडलों में स्थापित दुर्गाप्रतिमाओं के दर्शन कर झांकीयों को देखने और महाप्रसाद का ग्रहण करने पहूंचेगे.

जानकारी के मुताबिक जिले भर में 4000 पुलिसकर्मी नवरात्रि उत्सव के दौरान शांति व कानून व्यवस्था बरकरार रखने के लिए तैनात किये गये हैं. वहीं जिले भर में 1500 दुर्गोत्सव मंडलों द्वारा मां दुर्गा की स्थापना की है.  जबकि जिले भर में 2500 सार्वजनिक दुर्गा उत्सव मंडलों द्वारा मां दुर्गा की स्थापना की गई है.  कोरोना के ढाई साल की अवधि  घर में बिताने के बाद  श्रद्धालुओं में इस बार उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है.

शहर के सिद्धिविनायक नगर में प्राचीन मंदिर की प्रतिकृति साकार की गई है.  शहर के गांधी चौक में ऊंची मूर्ति भी साकार की गई है. सरस्वती नगर में पहाड़ में स्थापित मां दुर्गा, शिवाजी नगर में वैष्णो धाम साकार किया जा रहा है. इस बार सार्वजनिक दुर्गोत्सव मण्डलों की ओर से विविध सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है.                

उल्लेखनिय है कि, नवरात्री पर्व पर शहर के बाजारों में भी रौनक दिखाई दी. रविवार से लेकर सोमवार तक शहर के विभीन्न बाजारों में दुर्गाभक्तों द्वारा घरेलु घटस्थापना के लिए पुजा और धार्मिक सामुग्री खरीदी करने के लिए नागरिकों की भीड दिखाई दी.घटस्थापना के लिए दुर्गादेवी की मूर्तीयों के लिए सुंदर मुकुट, गहनें, तोरण, बिंडे के पत्ते, झुंबर, आदी सामुग्री खरीदी में भक्तों का उत्साह दिखाई दिया.