यवतमाल

Published: Oct 15, 2020 05:54 PM IST

यवतमालशहर के 45 अपराधियों पर पुलिस की कार्रवाई

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल. देश में दूसरे स्थान पर यवतमाल का दुर्गोत्सव माना जाता है. देशभर में यहां का नवरात्रौत्सव सभी को परिचित है. 17 से प्रारंभ होनेवाले दुर्गोत्सव के पर्व पर शहर पुलिस ने 45 अपराधियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है. इस साल के गणेशोत्सव पर इन्हीं आरोपियों पर कार्रवाई की थी. वहीं कार्रवाई छह महिने तक बरकरार रहती है. वहीं कार्रवाई अभी भी कायम है, ऐसी जानकारी शहर पुलिस थाने के थानेदार धनंजय सायरे ने नवभारत से बातचीत करते हुए दी है.

17 अक्तूबर को शहर में दुर्गोत्सव प्रारंभ होनेवाला है. इस वर्ष अधिक भीड-भाड न करते हुए सादगी से नवरात्रौत्सव मनाने की सूचना पुलिस विभाग की ओर से दी है.

नवरात्र के उत्सव पर एसपी डा. भुजबल ने शहर के सभी थानेदारों की आज शाम को बैठक ली. शहर में मनाए जानेवाला दुर्गोत्सव के बारे में शहर थानेदारों को गंभीरता लेने की सूचना दी. और अभी तक के कामकाजों का जायजा लिया.

यवतमाल में राज्यों से तथा बाहरी जिलों से काफी श्रद्धालू दुर्गा मां के दर्शन को यवतमाल में पधारते है. इसकी व्यवस्था शहर के सभी मंडलों द्वारा की जाती है. जिले में दो हजार के उपर दुर्गोत्सव मंडल प्रतिवर्ष मां दुर्गा की प्रतिष्ठापना कर दुर्गोत्सव मनाते है.

मंडलों के पदाधिकारियों में उत्साह कायम है, पर कोरोना महामारी के चलते हुए श्रद्धालूओं में उत्साह कम दिखाई दिया जाता है.

शहर में हर जगह चौक-चौक पर लंगर दिया जाता है. बालाजी चौक का लंगर प्रसिद्ध है. लेकिन कोरोना की नियमावली के अनुसार इस साल खाने के कार्यक्रमों पर पाबंदी लगाई गई है. फिर भी मंडलों द्वारा सभी नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालूओं को महाप्रसाद का वितरण करना जरूरी है, ऐसा भी नागरिकों द्वारा बोला जाता है.