यवतमाल

Published: Jan 01, 2022 11:27 PM IST

ITI Examआयटीआय में लचर कामकाज का छात्रों को झटका, हॉल टिकट और मार्कलिस्ट पर लडके जगह लडकीयों के फोटो

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पुसद. पुसद तहसील के वरुड में स्थित औदयोगिक प्रशिक्षण संस्था में लचर कामकाज का तगडा झटका यहां के छात्रों को बैठा है.परिक्षा से पुर्व प्रबंधन की लापरवाही से हॉलटिकीट पर लडकों की जगह लडकीयों के फोटो छापे जाने का मामला सामने आया है. जिससे छात्रो को परीक्षा से वंचित होने तक की नौबत आ चुकी है.

इस आयटीआय में काफी संख्या में छात्र है,आयटीआय की ओर से छात्रों से परीक्षा के फार्म भरवाए गए थे, लेकिन लडकों की जगह हॉलटिकिट पर लडकों के फोटों लगाने से संभ्रम निर्माण हो चुका था, जिससे छात्रों अभिभावकों में रोष उमड चुका था, परीक्षा के एैन समय शिक्षा संस्था का लचर कामकाज सामने आने से परीक्षार्थीयों में शिक्षा नुकसान होने की चिंता दिखाई दी.

इस पर उपाय के तौर पर बाद में उसी हॉल टिकिट पर छात्रों को परीक्षा देने की सुविधा दी गयी, जिससे सभी ने राहत की सांस ली.लेकिन इसके बाद फिर से वहीं गलती दोहरायी गयी, हॉलटिकीट की तरह ही मार्कशिटस पर छात्रों की बजाय छात्राओं का फोटो आने से फिर से छात्रों में रोष उमडा, लेकिन शिक्षा संस्था ने टालमटौल के जवाब देकर यह काम दिल्ली से होने की जानकारी दी.

इसके बावजुद संस्था की नियमित गलतीयां होने से अनेक छात्रों को परीक्षा से वंचित होने की नौबत आयी है. एैसे में छात्रों के शिक्षा के नुकसान को जिम्मेदार कौन है, एैसा सवाल उठाया जा रहा है. इस बारे में अनेक बार शिकायतें करने पर भी गलतीयों में सुधार और कोई कारवाई नही की गयी. आगामी कुछ दिनों में फिर से परीक्षाओं की शुरुआत होंगी, इसमें भी यही परिस्थिती रही तब अनेक छात्रों को परीक्षा से वंचित रहने की नौबत आ सकती है.

इसी बीच आयटीआय प्रबंधन के लचर कामकाज को लेकर छात्रों और अभिभावकों ने आयआटीआय वरुड के पुसद निवासी प्रभारी प्राचार्य गुल्हाने को ज्ञापन सौंपा, इसमें समस्या पर इसपर हल निकालें अन्यथा इसके लिए वें जिम्मेदार होंगे,एैसी चेतावणी दी गयी.

जिसपर प्राचार्य गुल्हाने ने वरिष्ठ स्तर पर पत्र व्यवहार कर आवश्यक कारवाई करने और कोई भी छात्र परिक्षा से वंचित नही होंगा, इसकी तजविज संबंधित वरिष्ठों के मार्गदर्शन में करने का आश्वासन दिया.

बता दें की वर्षभर से संस्था के लचर कामकाज और देरी के कारण अनेक छात्रों को शिक्षा का नुकसान और अनेक को नौकरी से वंचित रहना पडा है, जिससे इस बारे में उचित उपाय करने की जरुरत जतायी जा रही है.