यवतमाल

Published: Dec 02, 2021 12:05 AM IST

School Re- Openप्राथमिक शालाओं की घंटी बजी, मगर छात्रों की अल्प हाजीरी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल. कोरोना महामारी और लॉकडाऊन के कारण राज्य समेत जिले में प्राथमिक शालाओं की पढाई आनलाईन करवायी जा रही थी. इसी बीच राज्य सरकार के फैसले के बाद आज से प्राथमिक शालाओं में कक्षा पहली से चौथी कक्षा के छात्रों के लिए स्कुलें खोल दी गयी.

जिससे आज प्राथमिक शालाओं में उत्साह का वातावरण रहा.यवतमाल जिले में आज 1 दिसंबर से ग्रामीण ईलाकों में प्राथमिक शालाओं में पहूंचनेवाले छात्रों की हालांकी अल्प उपस्थिती रही.लेकिन जिले की जिलापरिषद के तहत आनेवाली ग्रामीण ईलाकों की प्राथमिक शालाओं की आज शुरुआत के बाद उत्साह का वातावरण दिखाई दिया.

इसके अलावा शहरी ईलाकों में पालिका, नगरपंचायत से जुडी प्राथमिक शालाएं भी आज खोली गयी, साथ ही विभीन्न भाषा माध्यमों की अनुदानित, गैरअनुदानित प्राथमिक शालाएं भी आज से शुरु की गयी, जहां पर कुछ पैमाने पर बच्चों ने हाजीरी लगाई, साथ ही आफलाईन पढाई शुरु की गयी.

आज प्राथमिक स्कुलें खुलने के बाद जिलापरिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.श्रीकृष्ण पांचाल ने तहसील के बोधगव्हाण, अकोला बाजार की जिप.शालाओं में पहूंचकर छात्रों से मुलाकात कर बच्चों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहीत किया, इस समय उन्होने शिक्षकों कों कोविड के तहत प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करने की सुचना दी.

आज से राज्य सरकार द्वारा प्राथमिक शालाओं के खोलने के निर्देश थे, जिससे स्कुलों नें अभिभावकों को बच्चों को स्कुल में भेजने की सुचना दी थी. लेकिन इसके बावजुद आज जिले की प्राथमिक शालाओं में पहले दिन छात्रों की अल्प उपस्थिती दिखाई दी.इसी बीच अनेक शालाओं में बच्चों कों भेजने के लिए उनके अभिभावकों से स्वीकृती पत्र भरवाने की कारवाई भी की गयी.

उल्लेखनिय है की कोरोना के नए वैरिएंट की सुचना राज्य सरकार द्वारा देकर उसपर नियंत्रण,करने,इसका प्रभाव न बढें इसके लिए जिलाप्रशासन को उपाययोजना करने के निर्देश दिए है. इस नए वैरिएंट और शालाओं के खुले का समय एक हो जाने से अभिभावकों में चिंता छायी हुई है.