यवतमाल

Published: Nov 18, 2023 11:52 PM IST

Yavatmal CrimeYavatmal News: चोरी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को किया तड़ीपार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
प्रतीकात्मक तस्वीर

यवतमाल. यवतमाल शहर की सार्वजनिक शांति एवं व्यवस्था को अक्षुण्ण रखने के लिए दो जिलों से तीन चोरों को तड़ीपार कर दिया गया है. दारव्हा थाना क्षेत्र के तीन अपराधी सैय्यद शहजाद उर्फ शहादत सय्यद मुजफ्फर निवासी अतारपुरा दारव्हा, शेख रसुल शेख मोहम्मद निवासी नुर नगर किल्ला वार्ड, दारव्हा, मो. शहबाज अब्दुल रहेमान निवासी किल्ला वार्ड, ने अपना गिरोह बनाकर दारव्हा व वाशीम जिले के कारंजा पुलिस थाना क्षेत्र में चोरी, घरों में सेंधमारी को अंजाम देने का काम किया है.

इसके अलावा  उनके खिलाफ साल 2022 से आपराधिक मामले पुलिस थाने में दर्ज है. इसलिए उनकी बढ़ती आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए थानेदार पुलिस थाना की ओर से धारा 55 एम.पी.ओ. जारी किया है. वहीं एक प्रस्ताव तैयार कर यवतमाल के पुलिस अधीक्षक को सौंपा गया.  17/11/2023 को पुलिस अधीक्षक ने पूरे यवतमाल जिले और वाशिम जिले के मनोरा और करंजा तालुका से तीन महीने के लिए निर्वासन का आदेश पारित किया है.

उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डा. पवन बनसोड, अपर पुलिस अधीक्षक पीयूष जगताप के मार्गदर्शन में एलसीबी पीआई आधारसिंह सोनोने, दारव्हा थाने के पुलिस निरीक्षक विलास कुलकर्णी, पीएसआई धनराज हाके, बालाजी ठाकरे, राम पोपलघट ने की.

23 अपराधियों पर एमपीडीए

यवतमाल. शहर सहित जिले में अपराध का ग्राफ कम करने के लिए जिला पुलिस दल ने अपराधियों पर नकेल कसने का काम शुरू किया है. पुलिस रिकार्ड में शुमार अपराधियों की कुंडली बनाकर एमपीडीए, मकोका, तडीपारी कार्रवाई करना शुरू किया है. बीते 11 महिनों के आंकडों पर नजर डाले तो 23 अपराधियों पर एमपीडीए और छह गिरोह पर मकोका की कार्रवाई की गई है. जिससे अपराधिक क्षेत्र में हलचल मची हुई है.

यवतमाल में होनेवाले अपराधों ने अब महानगरों की तर्ज पर अपनी पहचान बनाना शुरू किया है. मुंबई, नागपुर के बाद यवतमाल का नाम भी अपराधिक क्षेत्र में डंके की चोट पर लिया जा रहा है. शहर में अनेक अपराधिक गिरोह सक्रिय हो चुके है. हत्या, हाफ मर्डर, हमला, लूटपाट, फिरौती जैसे अपराध निरंतर सामने आ रहे है. अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देनेवाले अपराधियों के खिलाफ कार्रवाईयां करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक डा. पवन बनसोड ने संबंधित आला अधिकारियों को दिए है. जिसके चलते बीते जनवरी से नवंबर महिने तक 27 प्रस्ताव जिलादंडाधिकारी के पास भेजे गए.

इनमें से 23 अपराधियों पर एमपीडीए की कार्रवाई कर उनकी जेल में रवानगी कर दी गई है. वहीं छह गिरोह पर मकोका की कार्रवाई की गई है. इनमें आरोपियों की संख्या 45 से 46 के आसपास है. पांढरकवडा के एक, बिटरगांव तीन, बाभुलगांव दो, नेर एक, लोहारा एक, यवतमाल शहर छह, अवधूतवाडी सात, वसंतनगर और आर्णी का एक एमपीडीए के प्रस्ताव का समावेश है. वहीं अन्य पुलिस थानों से पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद भी एमपीडीए, तडीपारी का प्रस्ताव जिलादंडाधिकारी के पास नहीं भेजा गया है.