यवतमाल

Published: Jun 06, 2020 12:07 AM IST

पर्यावरण का संरक्षणवनों का संकल्प करने का समय, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से वनमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से साधा संवाद

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

यवतमाल. पर्यावरण का संरक्षण करना है तो अधिक से अधिक पौधे लगाना जरूरी है. शहर में सीमेंट का जंगल निर्माण हुआ है. नागरी क्षेत्र में वनों का निर्माण हुआ. नागरी एवं शहरी क्षेत्र में वनों का संकल्प करने का समय आया है. इस उद्देश्य से वनमंत्री संजय राठोड ने केंद्रीय पर्यावरण तथा वनमंत्री प्रकाश जावडेकर के साथ चर्चा की. विश्व पर्यावरण दिन पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी कार्यालय से वनमंत्री वीडियो कान्फ्रेंसिंग से शामिल हुए. इस समय जिलाधिकारी एमडी सिंह, मुख्य वनसंरक्षक आरके वानखड़े, उप वनसंरक्षक डा. भानुदास पिंगले, सामाजिक वनीकरण के विभागीय वन अधिकारी गौपाल आदि उपस्थित थे. यवतमाल शहर में वन विभाग ने निर्माण किए आक्सीजन पार्क की तर्ज पर जिले में अन्य नागरी क्षेत्र में वनों का निर्माण करने की जरूरत है. लोकसहयोग से यह काम संभव है. ऐसे कार्य से शहर में वनों का अस्तित्व निर्माण होगा, जिससे पर्यावरण संबंधी जनजागृति हो. राज्य के 11 वनक्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण दल तैयार करने का राज्य का नियोजन है. इस प्रस्ताव को केद्र ने मान्यता दी है.

होर्डिंग्ज का किया उद्धाटन
यवतमाल जिला यह वनों से सजा हुआ जिला है. वन विभाग द्वारा यहां विविध उपक्रम चलाए जा रहे हैं. इसमें स्मृतिवन, सर्वधर्मवन, संस्कृति वृक्ष का पूजन आदि का समावेश हैं. पर्यावरण संरक्षण के लिए इस उपक्रम में नागरिकों से शामिल होने का आह्वान वनमंत्री ने किया. यह कार्यक्रम वेबलिंक से सभी के लिए उपलब्ध था. वन विभाग के होर्डिंग्ज का जिलाधिकारी कार्यालय में वनमंत्री ने उद्घाटन किया.