उत्तर भारत

Published: Apr 03, 2022 07:15 PM IST

Karauli Violenceकरौली हिंसा पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की टोपी शिफ्ट करने की कोशिश, प्रधानमंत्री मोदी को मामले में घसीटा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

जयपुर: करौली हिन्दू नववर्ष के दिन निकाले गए शोभायात्रा पर समुदाय विशेष द्वारा हमला करने के बाद भड़की हिंसा को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। विपक्षी दल राज्य सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमलावर हैं। वहीं इस मामले पर खुद की बढ़ते दवाब को देख मुख्यमंत्री ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घसीट लिया है।

अशोक गहलोत ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि, “एनडीए की सरकार आने के बाद देश और प्रदेश में जो ध्रुवीकरण हो रहा है वह ठीक नहीं है। इसकी कारण से जगह-जगह तनाव पैदा हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देशवासियों से अपील करनी चाहिए कि धर्म और जाति के नाम पर हो रहा ध्रुवीकरण उचित नहीं है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कहा कि देशवासियों को समझ में आना चाहिए कि भाजपा के सरकार चलाने करने का तरीका क्या है? चुनाव में लाभ उठाने के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़ाए और बाद में एक साथ दाम बढ़ाना शुरू कर दिए। 10 दिन से करीब रोजाना पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। यह कोई सरकार चलाने का तरीका नहीं होता। इसलिए आज महंगाई बढ़ती जा रही है, पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ेंगे तो महंगाई भी बढ़ेगी। अब तो एलपीजी के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं।

ज्ञात हो कि, शनिवार को शहर के कई संगठनों ने बाइक रैली का आयोजन किया था। जैसे ही रैली निकली वहां पहले से ही मौजूद एक समुदाय विशेष ने रैली पर पत्थर और चाकुओं से हमला कर दिया। इस हमले के बाद वहां हिंसा भड़क गई। जिसमें तीन पुलिस वाले सहित 43 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इनमे से एक ही हालत गंभीर बनी हुई है, उसे जयपुर रेफर कर दिया है।

इस हमले के बाद से भी विपक्ष अशोक गहलोत के ऊपर हमलावर हैं। वहीं राज्य का गृह विभाग भी उन्हें के पास है। जिसके कारण विपक्ष लगातार कानून व्यवस्था को लेकर उन पर तीखा प्रहार कर रहा है। विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री पर तीखा प्रहार किया था।