ओडिशा

Published: Dec 24, 2023 09:49 PM IST

Jagannath Temple Entry'मैं एक हिंदू हूं और कभी गोमांस नहीं खाया', जगन्नाथ मंदिर में एंट्री बवाल पर बोलीं कामिया जानी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कर्ली टेल्स की संस्थापक कामिया जानी

भुवनेश्वर. सोशल मीडिया ‘इन्फ्लुएंसर’ एवं कर्ली टेल्स (Curly Tales) की संस्थापक कामिया जानी (Kamiya Jani) के श्री जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) में प्रवेश करने को लेकर उत्पन्न विवाद के बीच जानी ने रविवार को स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि वह एक हिंदू हैं और उन्होंने कभी भी गोमांस नहीं खाया तथा न ही कभी इसे बढ़ावा दिया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से माफी की विपक्षी दल कांग्रेस की मांग और एक सांस्कृतिक संगठन द्वारा जानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर राज्य की राजधानी में प्रदर्शन किए जाने के एक दिन बाद सोशल मीडिया ‘इन्फ्लुएंसर’ ने अपने ‘इंस्टाग्राम’ पेज पर एक वीडियो साझा किया और अपनी सफाई दी।

भाजपा ने नौकरशाह से नेता बने बीजू जनता दल (बीजद) के वी.के. पांडियन पर जानी को मंदिर में प्रवेश देने के लिए मदद करने का आरोप लगाया है।

जानी ने वीडियो संदेश में कहा, “पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर जाने के पीछे मेरा उद्देश्य भगवान का आशीर्वाद लेना और लोगों को मंदिर के बुनियादी ढांचे के विकास के बारे में सूचित करना था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरी यात्रा विवाद में पड़ गई है।” यह रेखांकित करते हुए कि मंदिर प्रशासन के अपने नियम हैं, जानी ने कहा, “मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैंने कोई नियम नहीं तोड़ा है। मैं एक हिंदू हूं। मैंने न तो कभी गोमांस खाया है और न ही इसे बढ़ावा दिया है।”

जानी ने कहा कि एक ‘फूड ब्लॉगर’ के रूप में उन्होंने लोगों को विभिन्न स्थानों के स्थानीय व्यंजनों के बारे में जानकारी दी और केरल से संबंधित वीडियो में भी यही हुआ है, जिसके ‘स्क्रीनशॉट’ का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने वीडियो में कहा, ‘‘यह गलतफहमी हो सकती है। यह स्पष्टीकरण गलतफहमी को खत्म करने के लिए है।”

इससे पहले, भाजपा ने जानी पर गोमांस के सेवन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। दूसरी ओर, बीजद सांसद मानस मंगराज ने जानी की जगन्नाथ मंदिर यात्रा पर आपत्ति जताने के लिए भाजपा पर सवाल उठाए और दावा किया कि केंद्र की भाजपा सरकार जानी को शामिल कर वृत्तचित्र बना रही है। मंगराज ने कहा, “भाजपा सरकार ने कामिया जानी को हिंदू विरासत और मंदिरों पर फिल्म बनाने के लिए नियुक्त किया है। वह रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या और चारधाम गई हैं, और आप सभी उन्हें इसके लिए स्नेह देते हैं।”