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Published: Apr 16, 2024 05:53 PM IST

Sagar Pal and Vicky Guptaसलमान खान फायरिंग: कैसे पकड़े गए सागर पाल और विक्की गुप्ता, कैसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग में हुए शामिल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई: मुंबई सलमान खान के घर पर फायरिंग (Salman Khan firing) करने वाले आरोपियों को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गुजरात के भुज से गिरफ्तार कर लिया है। इस बात की जानकारी सलमान खान के परिवार को भी दी गई है। जिसके बाद सलमान खान के परिवार ने राहत की सांस ली है। सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग के बाद मुंबई में हड़कंप मचा हुआ था। बॉलीवुड में भी इस खबर को लेकर परेशानी साफ देखने को मिल रही थी। सलमान खान के घर फायरिंग मामले में जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनका नाम सागर पाल (Sagar Pal) और विक्की गुप्ता (Vicky Gupta) बताया गया है। दोनों मूल रूप से बिहार के चंपारण के रहने वाले हैं। लेकिन बिश्नोई गैंग (Bishnoi gang) से इनका संपर्क कैसे हुआ और सलमान खान के घर पर फायरिंग के बाद पुलिस ने उन्हें कैसे गिरफ्तार किया इसके बारे में पुलिस ने जानकारी दी है। 

सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम इस मामले पर सख्ती से नजर बनाए हुए थी। पुलिस के लिए इस मामले में अच्छी बात यह थी कि आरोपियों के फोन चल रहे थे। इसके बाद पुलिस ने इनके फोन को ट्रेस किया और उनकी लोकेशन पता चल गई। गुजरात के कच्छ में इनके होने के संकेत जब मिले तो पुलिस ने बिना देरी किए वहां अपनी टीम भेज दी। इसके बाद इन्हें गुजरात के कच्छ में मौजूद आशापुरा माता मठ मंदिर से गिरफ्तार किया गया और अब इन्हें पुलिस मुंबई ले आई है। 

गुजरात पुलिस के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार दोनों आरोपी सलमान खान के घर पर फायरिंग करने के पहले पनवेल में रह रहे थे, लेकिन 13 अप्रैल की रात यह बांद्रा में आए और इन्हें एक अज्ञात व्यक्ति ने वहां हथियार मुहैया कराया था। इसके बाद 14 अप्रैल को इन्होंने सलमान खान के घर पर फायरिंग की। सलमान खान के घर पर फायरिंग के पहले इन दोनों ने ऑटो रिक्शा से इलाके की रेकी की थी। 

बिहार के चंपारण के रहने वाले सागर पाल ने 2 साल तक हरियाणा में काम किया है। जहां वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के संपर्क में आया था, विक्की गुप्ता भी हरियाणा में ही नौकरी करता था और वहीं उसकी सागर पाल से दोस्ती हुई थी। यह दोनों बिहार के चंपारण के रहने वाले हैं, खबर यह है कि हरियाणा में रहते हुए इनका बिश्नोई गैंग के साथ संपर्क हुआ और इन्हें सलमान खान पर फायरिंग करने का कॉन्ट्रैक्ट मिला और यह उसी पर अमल कर रहे थे। 

मुंबई पुलिस के मुताबिक, वारदात के बाद मुंबई से भागने और पुलिस की नाकाबंदी से बचने के लिए दोनों शूटरों ने सार्वजनिक परिवहन बस का इस्तेमाल किया था। इतना ही नहीं दोनों जानबूझकर अपने गृहनगर (बिहार) नहीं गए, क्योंकि उन्हें पता था कि पुलिस उनकी तलाश में उनके गांव तक जरूर पहुंचेगी। इसलिए इन्होने कच्छ के माता नो मध गांव में अपने रिश्तेदारों के यहां छिपना सही समझा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कच्छ की यात्रा के दौरान दोनों आरोपियों ने हमले में इस्तेमाल किए गए अपने हथियार को चालाकी से सूरत के पास की एक नदी में फेंक दिया। इसके अलावा अपनी पहचान बदलने और लोगों की नजरों से बचने के लिए, दोनों आरोपियों ने कच्छ पहुंचने के बाद अपने बाल कटवाए और दाढ़ी बनाई थी, ताकि सीसीटीवी वीडियो में देखने पर भी उन्हें कोई पहचाना नहीं जा सके।

सलमान खान को इससे पहले भी कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। इतना ही नहीं सलमान खान के घर पर इससे पहले एक बार फायरिंग भी हुई थी, जिसमें कालू नाम के बिश्नोई गैंग के सदस्य का नाम सामने आया था। पुलिस के मुताबिक मुंबई की क्राइम ब्रांच अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है और जल्द ही इस मामले में और खुलासा होने की उम्मीद है।