उत्तर प्रदेश
Published: Aug 03, 2020 02:06 AM ISTउत्तर प्रदेशराम के सहारे होगा यूपी के पिछड़े अवध का विकास, 3000 करोड़ से बनेगी धार्मिक नगरी
By- राजेश मिश्र
लखनऊ. अब तक विकास की दौड़ में देश के अन्य हिस्सों से पीछे रहे उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र का बेड़ा भगवान राम पार लगाएंगे. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में अयोध्या में भव्य राम मंदिर के साथ विकास की कई बड़ी परियोजनाओं के सहारे समूचे अवध क्षेत्र के पर्यटन स्थलों की ओर देश विदेश के लोगों को आकर्षित किया जाएगा.
अयोध्या में अन्य पर्यटन की परियोजनाओं के साथ ही कंबोडिया के अंकोरवाट की तर्ज पर इक्ष्वाकुपुरी नगरी की स्थापना योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है. योगी सरकार का मानना है कि इसकी स्थापना से अयोध्या अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित होगी और अन्तर्राष्ट्रीय और देशी पर्यटक आकर्षित होंगे. सरकार के मुताबिक अध्यात्म और पर्यटन के अनूठे आकर्षण वाली इक्ष्वाकुपुरी की स्थापना से अयोध्या में न केवल व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे.
अयोध्या से बलरामपुर राजमार्ग को विकसित किया जाएगा जिसके जरिए पर्यटकों का नेपाल सीमा से सटे वन्य जीव विहारों के साथ शक्तिपीठ देवीपाटन तक पहुंचना आसान होगा. अयोध्या और गोंडा को मिलाते हुए 84 कोसी परिक्रमा मार्ग का विकास किया जाएगा.
अयोध्या में भगवान श्रीराम की जलसमाधि वाले स्थान सरयू के गुप्तारघाट से रामजन्मभूमि तक यह इक्ष्वाकुपुरी परियोजना 1,900 एकड़ क्षेत्र में विकसित की जाएगी, जिस पर 3,000 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है. अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग से गुप्तारघाट तक प्रस्तावित फोर लेन सड़क इक्ष्वाकुपुरी को जोड़ेगी. इसमें एक ओर सरयू नदी के किनारे रिवर फ्रंट का विकास किया जाएगा.
इक्ष्वाकुपुरी को दो भागों में बांटा जाएगा. पहले भाग में वेदों, पुराणों, धर्मषास्त्रों के नाम से अलग-अलग संकुल होंगे, जहां पर्यटकों को इससे संबंधित जानकारी ऑडियो -विजुअल के माध्यम मिलेगी. इस आध्यात्म नगरी में मुनियों-ऋषियों के नाम से आश्रम बनाएं जाएंगे, जहां लोग योग साधना, कर्मकांड देख व कर सकेंगे और प्रवास कर सकेंगे. परियोजना पर काम कर रहे अधिकारियों का कहना है कि इक्ष्वाकुपुरी की स्थापना के बाद भारतीय आध्यात्म, दर्शन, धर्मशास्त्र और पर्यटन को वैश्विक स्तर पर पुर्नस्थापना होगी.
अयोध्या में योगी सरकार की ओर से भजन संध्या स्थल, दशरथ महल, सत्संग भवन, यात्री सहायता केन्द्र, रैन बसेरा, रामकथा पार्क का विस्तारीकरण और म्ीन हो मेमोरियल पार्क आदि के निर्माण अपने अंतिम चरण में है. सड़कों के दोनों ओर आवश्यक जनसुविधाओं, जैसे- पेयजल, शौचालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. वाहनों के लिए मल्टीलेवेल पार्किंग का निर्माण अन्तिम दौर में है. सौन्दर्यीकरण के साथ ही अयोध्या में बेहतर मार्ग प्रकाश व्यवस्था के लिए अण्डरग्राउण्ड केबलिंग कराई जा रही है.