उत्तर प्रदेश

Published: Jun 22, 2020 04:37 PM IST

गरीब कल्याण रोजगार अभियानबुंदेलखंड में डेढ़ लाख मजदूरों को मिलेगा काम

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

बांदा(उप्र). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शनिवार से शुरू किए ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ में बुंदेलखंड़ के बांदा और जालौन जिले ही शामिल हैं। इस अभियान में दोनों जिलों के करीब डेढ़ लाख मजदूरों को अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा। बांदा जिले के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हरिश्चंद्र वर्मा ने सोमवार को ‘भाषा’ को बताया कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान में बुंदेलखंड़ के सात जिलों में से सिर्फ बांदा और जालौन जिले ही शामिल हैं। इस रोजगार अभियान में सभी प्रकार के कामगारों को उनकी रुचि और अनुभव के आधार पर काम दिया जाएगा।

श्रम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बांदा और जालौन जिले में करीब एक लाख 53 हजार मजदूर हैं, जिनमें प्रवासी मजदूरों की संख्या लगभग 86 हजार हैं। वर्मा ने बताया कि इसमें ग्रामीण सार्वजनिक परिसंपत्तियों, सड़क निर्माण, ग्रामीण विकास, बागवानी, पौधरोपण, जल संरक्षण, आंगनवाड़ी, सिंचाई, पंचायत भवन, जल-जीवन आदि से जुड़े 25 कार्य शामिल किए गए हैं और इसके तहत प्रवासी तथा स्थानीय मजदूरों को अपने ही गांव में जीविकोपार्जन करने के अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 57,804 (बालिग, नाबालिग) प्रवासी मजदूर महानगरों से वापस लौटे हैं। फिलहाल बालिग मजदूर मनरेगा में काम कर रहे हैं। सीडीओ ने बताया कि मजदूरों के अलावा गांवों में बड़ी संख्या में ऐसे भी मजदूर हैं, जिन्हें किसी न किसी काम में दक्षता प्राप्त है।

इन सभी मजदूरों को गरीब कल्याण रोजगार अभियान में अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा। वहीं, जालौन जिले के सीडीओ प्रशांत कुमार श्रीवास्तव ने फोन पर बताया कि उनके जिले में अब तक 28-29 हजार प्रवासी मजदूर बाहर से लौटे हैं, जिनमें बच्चे और नाबालिग भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल 15 हजार बालिग प्रवासी मजदूरों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में रोजाना काम दिया जा रहा है। अब इस अभियान के शुरू होने पर प्रवासियों के अलावा गांवों के अन्य कामगारों को भी काम दिया जाएगा।(एजेंसी)