उत्तर प्रदेश

Published: Mar 01, 2023 09:54 PM IST

UP Newsमंत्री नन्दी ने औद्योगिक विकास विभाग के 20,586 करोड़ के अनुदान मांग पर चर्चा करते हुए अपनी रखी बात

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ( Minister Nand Gopal Gupta Nandi) ने विधानसभा सदन में औद्योगिक विकास विभाग के 20,586 करोड़ रुपए के अनुदान मांग पर चर्चा करते हुए अपनी बात रखी। विभाग की पिछले वित्तीय वर्षों में हुई प्रगति एवं आगामी वर्षों की योजनाओं से सदन को अवगत कराया। मंत्री नन्दी ने कहा कि लम्बे समय तक उत्तर प्रदेश में सपा (SP), बसपा (BSP) कांग्रेस (Congress) का शासन रहा और प्रदेश की तरक्की को जातिवाद, परिवारवाद, भ्रष्टाचार और अपराधीकरण ने दीमक की तरह जकड़ रखा था। इन विकासविरोधी, स्वार्थी ताकतों ने प्रदेश को भीतर से खोखला कर दिया। आज विपक्ष की कुर्सी पर बैठकर बड़ी-बड़ी बातें करने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार में उत्तर प्रदेश की कैसी दुर्गति और दुर्दशा थी? ये जनता अब तक भूली नहीं है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल नोएडा जाने के मिथक को तोड़कर दोबारा प्रचंड बहुमत से इस प्रदेश की बागडोर संभाली, बल्कि अपने विजन से नोएडा को दुनिया के चुनिन्दा शहरों में शुमार किया। सपा की सरकार में एक चाचा नोएडा देखते थे और एक चाचा ग्रेटर नोएडा देखते थे। रोज शाम को हिसाब-किताब होता था। आज वही नोएडा और ग्रेटर नोएडा  सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की समृद्धि के प्रवेश द्वार बनकर उभर रहे हैं। 

सपा पर साधा जमकर निशाना

मंत्री नन्दी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के समय में उत्तर प्रदेश दंगों का प्रदेश बन गया था। सत्ता के संरक्षण में कारोबारियों और व्यापारियों से वसूली का खेल चल रहा था। गुण्डे माफिया और अपराधी सपा सरकार की आंखों के तारे बने हुए थे। कोई निवेशक, कोई इंडस्ट्रियलिस्ट यहां आना नहीं चाहता था। निवेशकों के बीच सरकार की क्रेडिबिल्टी शून्य थी। जो अपने पिता के नहीं हुए, जो अपने चाचा के नहीं हुए उनके मुंह से क्रेडिबिल्टी की बात बिल्कुल शोभा नहीं देती। जब विश्व स्तर पर ब्रांड यूपी की चर्चा हो रही थी। जब उत्तर प्रदेश के बदले हुए परिवेश की चारो ओर सराहना हो रही थी। ऐसे समय में भी नेता विरोधी दल ने प्रदेश की छवि को धूमिल करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी, लेकिन तमाम दुष्प्रचार के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में देश का सबसे बड़ा इन्वेस्टर समिट सफलतापूर्वक आयोजित हुआ।

जीआईएस में रिकॉर्ड निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए

 मंत्री नंदी ने कहा कि यूके, ऑस्ट्रेलिया, जापान, इटली, यूएई, नीदरलैण्डस, डैनमार्क, साउथ कोरिया, मारीशस, सिंगापुर जैसे 10 महत्वपूर्ण देशों ने पार्टनर कंट्री के रूप में सहभागिता की और हमारी सरकार ने निवेश का कीर्तिमान स्थापित किया। जीआईएस 2023 के लिए दुनिया के 16 देशों के 21 शहरों में इण्टरनेशनल रोड-शो आयोजित किए गए। साथ ही भारत के 10 महानगरों और प्रदेश के सभी 75 जनपदों में इन्वेस्टर समिट आयोजित की गयी। यही कारण है कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 में 33 लाख 52 हजार 553 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। यह प्रदेश की रैपिड ग्रोथ और गुड गवर्नेंस का स्पष्ट प्रमाण है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर हम 6 महीने के भीतर ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित करने की दिशा में ठोस कदमों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। 

एक्सप्रेसवेज उत्तर प्रदेश के सिग्नेचर बनकर उभरे

मंत्री नन्दी ने कहा कि एक्सप्रेसवेज उत्तर प्रदेश के सिग्नेचर बनकर उभरे हैं। आज पूरे देश के कुल एक्सप्रेसवेज का 37.7 प्रतिशत हिस्सा अकेले उत्तर प्रदेश में है। 7 नए एक्सप्रेस-वे पर काम चल रहा है, जिनके निर्माण से पूरे देश के एक्सप्रेस-वे का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश में हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुन्देलखण्ड और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण से इन क्षेत्रों के सुदूर ग्रामीण इलाकों में भी औद्योगिक विकास की रोशनी पहुंचेगी। यह प्रदेश के चहुंमुखी विकास के प्रति मुख्यमंत्री के कमिटमेंट को दर्शाता है।

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है विकास के पथ पर चलना जिसने यह संकल्प लिया

रिष्वतखोरी गुण्डागर्दी को है जिसने खतम किया

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