भारत 130 करोड़ देशवासियों के प्रयासों से, सबके प्रयास से आगे बढ़ रहा है।महादेव की कृपा से, हर भारतवासी के प्रयास से हम आत्मनिर्भर भारत का सपना सच होता देखेंगे।
मैं आज आपसे अपने लिए नहीं, देश के लिए कुछ मांगता हूं।मैं आपसे तीन संकल्प चाहता हूं- 1- स्वच्छता2- सृजन3- आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास
आज का भारत सिर्फ अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर ही नहीं बना रहा है, बल्कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज भी बना रहा है।आज का भारत सिर्फ बाबा विश्वनाथ धाम को भव्य रूप ही नहीं दे रहा बल्कि गरीब के लिए करोड़ों पक्के घर भी बना रहा है।
आज का भारत सिर्फ सोमनाथ मंदिर का सौन्दर्यकरण ही नहीं करता बल्कि समुद्र में हजारों किमी ऑप्टिकल फाइबर भी बिछा रहा है।आज का भारत सिर्फ बाबा केदारनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार ही नहीं कर रहा बल्कि अपने दम पर अंतरिक्ष मे भारतीयों को भेजने की तैयारी में जुटा है।
आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है।यहां काशी में तो माता अन्नपूर्णा खुद विराजती हैं।मुझे खुशी है कि काशी से चुराई गई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा, एक शताब्दी के इंतजार के बाद अब फिर से काशी में स्थापित की जा चुकी है।
याद रखिये जैसी दृष्टि से हम खुद को देखेंगे, वैसी ही दृष्टि से विश्व भी हमें देखेगा।मुझे खुशी है कि सदियों की गुलामी ने हम पर जो प्रभाव डाला था, जिस हीन भावना से भारत को भर दिया गया था।अब आज का भारत उससे बाहर निकल रहा है।
हर भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है।हम तप जानते हैं, तपस्या जानते हैं, देश के लिए दिन रात खपना जानते हैं।चुनौती कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, हम भारतीय मिलकर उसे परास्त कर सकते हैं।
काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण, भारत को एक निर्णायक दिशा देगा, एक उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएगा।ये परिसर, साक्षी है हमारे सामर्थ्य का, हमारे कर्तव्य का।अगर सोच लिया जाए, ठान लिया जाए, तो असंभव कुछ भी नहीं।
जिस तरह काशी अनंत है वैसे ही काशी का योगदान भी अनंत है।काशी के विकास में इन अनंत पुण्य आत्माओं की ऊर्जा शामिल है।इस विकास में भारत की अनंत परंपराओं की विरासत शामिल है।इसलिए हर मत-मतांतर के लोग, हर भाषा वर्ग के लोग यहां आते हैं।
आप यहाँ जब आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे।आपको यहाँ अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा।कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं,कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं,इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे।
विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है।ये प्रतीक है हमारे भारत की सनातन संस्कृति का।ये प्रतीक है हमारी आध्यात्मिक आत्मा का।ये प्रतीक है भारत की प्राचीनता का, परंपराओं का, भारत की ऊर्जा का गतिशीलता का।
हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है, सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है।भगवान विश्वेश्वर का आशीर्वाद, एक अलौकिक ऊर्जा यहाँ आते ही हमारी अंतर-आत्मा को जागृत कर देती है।
आज काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे परिसर का जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने नए निर्माण को देखा और पूरे परिसर का अवलोकन किया.
नयी दिल्ली. सुबह कि बड़ी खबर के अनुसार आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आने वाले हैं। जी हाँ PM मोदी आज यानी 13 और 14 दिसम्बर को काशी में ही होंगे। यहां वे 30 घंटे का प्रवास करेंगे। आज यानी 13 दिसम्बर की सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री मोदी काशी पहुंचेंगे। ख़बरों के अनुसार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी (Yogi Adityanath) और राज्यपाल आनन्दी बेन (Anandi Ben) सहित अन्य जनप्रतिनिधि एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री की अगवानी में मौजूद रहेंगे।
क्या है आज का कर्यक्रम
आज प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Narendra Modi) एयरपोर्ट से संपूर्णानंद मैदान तक हेलिकॉप्टर से आएंगे। यहाँ से वे बाबा काल भैरव के दर्शन के लिए रवाना होंगे। बाबा काल भैरव के दर्शन करने के बाद PMमोदी खिड़किया घाट जाएंगे। वहां से क्रूज में सवार होकर दोपहर 1. 30 बजे घाट के रास्ते विश्वनाथ कॉरिडोर में प्रवेश करेंगे।
इसके बाद बाबा के दर्शनों के उपरांतदोपहर 1:50 बजे विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद PM मोदी बरेका गेस्ट हाउस पहुंचेंगे। फिर शाम को रो-रो बोट से गंगा आरती में शामिल होंगे। लगभग 5:30 बजे सभी बड़े नेता भी गंगा आरती में शामिल होंगे। आरती के बाद प्रधानमंत्री वापस बरेका जाएंगे।
14 दिसंबर को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सम्मेलन
आगामी 14 दिसंबर की सुबह 9:30 बजे BJP संगठन के काशी वाराणसी महानगर व जिला पदाधिकारियों के साथ PM मोदी (Prime Minister Narendra Modi) एक औपचारिक बैठक भी करेंगे। वहीं बरेका प्रशासनिक भवन में 10:00 बजे विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सम्मेलन किया जाएगा। यह सम्मेलन चार घंटे तक चलेगा। इसमें असम, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री अपने-अपने राज्यों के कार्यों और योजनाओं का एक प्रजेंटेशन देंगे।
इसके उपरांत लगभग 2:30 बजे सम्मेलन से निकलने के बाद प्रधानमंत्री तीन बजे स्वर्वेद मंदिर जाएंगे। स्वर्वेद मंदिर पर डेढ़ घंटे तक PM मोदी का कार्यक्रम रहेगा। गौरतलब है कि कि स्वर्वेद मंदिर में 98वां वार्षिकोत्सव कार्यक्रम है। स्वर्वेद मंदिर उमरहां से लगभग साढ़े चार बजे प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली रवाना होंगे।
विश्वनाथ कॉरिडोर में हुई भारी सजावट
विश्वनाथ कॉरिडोर उद्घाटन को लेकर पूरी काशी को दुल्हन के जैसे सजाया गया है। जहां कॉरिडोर का निर्माण किया गया है, वहां सभी इमारतों को केसरी रंग से रंग दिया गया है। वहीं विश्व विख्यात दशाश्वमेध घाट को लाइटों से सजा दिया गया है। जहां देखो वहां केवल रोशनी नजर आ रही है। इसी के साथ पूरे काशी शहर में दीपोत्सव की तैयारी हो गई है। लोग अपने घरों में बड़ी संख्या में दिप जलाकर भव्य उत्सव मनाएंगे।
बाबा विश्वनाथ मंदिर अब बना धाम
पता हो कि इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। उन्होंने बाबा विश्वनाथ मंदिर को देश और दुनिया का नया धाम बताया है।वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “बाबा विश्वनाथ का ये पावन मंदिर एक नए धाम के रूप में देश और दुनिया के सामने आ रहा है। देश के प्रधानमंत्री के कर कमलों और उन्हीं की प्रेरणा से काशी विश्वनाथ धाम कल लोकार्पित होगा।”