उत्तर प्रदेश

Published: Aug 08, 2022 07:18 PM IST

Uttar Pradesh ‘गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार’ के लिए मांगे गए प्रस्ताव, गाइडलाइन का करें पालन: केशव प्रसाद मौर्य

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

लखनऊ: उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने बताया कि प्रदेश में निवासरत व्यक्तियों में से कोई भी व्यक्ति, जिसने मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय एकीकरण के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट कार्य किया हो तथा इस के लिए पूर्णत: समर्पित रहे हों, को सार्वजनिक रूप से सम्मानित करने के उद्देश्य  से प्रदेश सरकार द्वारा गुरु गोविंद सिंह जी के जन्म दिवस (5 जनवरी) पर “गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार” (Guru Gobind Singh National Unity Award) प्रदान किए जाने और एक लाख रुपए का नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिए जाने की व्यवस्था की गई है।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि इस सम्बन्ध में जो भी प्रस्ताव जिलों से भेजें जाएं, उनमें पूरी पारदर्शिता रखी जाए और शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।  प्रमुख सचिव, राष्ट्रीय एकीकरण, जितेंद्र कुमार द्वारा इस संबंध में समस्त मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को परिपत्र भेजते हुए कहा गया है है कि वह निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले पात्र महानुभावों के प्रस्ताव उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का तथ्यात्मक विवरण और  अभिलेखीय साक्ष्यों के साथ  निर्धारित प्रारूप में स्पष्ट आख्या और संस्तुति सहित शासन को प्रत्येक दशा में 30 सितंबर 2022 तक 4 प्रतियों में उपलब्ध कराने की कार्रवाई सुनिश्चित करें ।

जारी दिशा-निर्देशों में प्रमुख सचिव, राष्ट्रीय एकीकरण द्वारा कहा गया है कि जिन महानुभावों का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया जाए, उनके संबंध में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की संयुक्त आख्या में व्यापक जांच कर तथ्यात्मक विवरण  अभिलेखीय साक्ष्यों सहित यह भी प्रमाण पत्र अंकित किया जाए कि उनके विरुद्ध कोई अपराधिक मामला प्रचलित/ लम्बित नहीं है और किसी भी अपराधिक मामले में किसी न्यायालय द्वारा उन्हें दण्डित नहीं किया गया है।