उत्तर प्रदेश

Published: Oct 29, 2023 10:05 PM IST

Ram Janmabhoomi Movement'सिख समुदाय ने शुरू किया राम जन्मभूमि आंदोलन', लखनऊ में बोले राजनाथ सिंह

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
राजनाथ सिंह (PTI Photo)

लखनऊ: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सनातन धर्म के लिए सिख समुदायों के कार्यों का उल्लेख करते हुए रविवार को कहा कि वो सिख ही थे, जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन (Ram Janmabhoomi Movement) शुरू किया और कोई भी भारतीय उनके योगदान को कभी भुला नहीं सकता।   

 गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश उत्सव पर लखनऊ के आलमबाग गुरुद्वारा में सिख समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, “सिख समुदाय ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए बहुत कुछ किया है। कोई भी भारतीय राम जन्मभूमि के लिए सिख समुदाय के योगदान को भुला नहीं सकता।”     

उन्होंने कहा, “मैं सरकारी रिकॉर्ड के आधार पर एक महत्वपूर्ण तथ्य साझा करना चाहता हूं। एक दिसंबर, 1858 को दर्ज एक प्राथमिकी के मुताबिक, सिखों के एक समूह ने गुरु गोविंद सिंह के नाम का नारा लगाते हुए उस परिसर पर कब्जा कर लिया था और दीवारों पर हर जगह राम-राम लिख दिया था।”   

सिंह ने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन सिखों द्वारा शुरू किया गया था।   उन्होंने कहा, “मौजूदा समय में हर कोई सिखों के हक के बारे में बात करता है, लेकिन देने के संबंध में कोई कुछ नहीं बोलता। यदि कोई समुदाय है, जिसने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया और सेना में जिसका प्रतिशत कहीं अधिक है, तो वह सिख समुदाय है।”

उन्होंने कहा, ”गुरु ग्रंथ साहिब ज्ञान और करुणा भाव का ऐसा सागर है जिसमें गोते लगाकर हर व्यक्ति सही राह प्राप्त कर सकता है। इसमें दिया गया ज्ञान, समय और सीमाओं के बंधन से मुक्त है। निस्वार्थ सेवा शांति और बंधुत्व का संदेश देने वाले श्री गुरु ग्रंथ साहब केवल सिख समाज के लिए ही नहीं बल्कि हर भारतीय समाज के लिए प्रेरणा के स्त्रोत है, श्रद्धा के पात्र हैं।”

उन्होंने कहा कि श्री गुरु नानक जी ने सामाजिक समरसता के लिए दया, संतोष और त्याग को आधार बनाकर एक ऐसे समाज की कल्पना की थी जो जात-पात, ऊंच-नीच से ऊपर उठकर और सब की बड़ाई और भलाई के लिए किए जाने वाले कार्यों पर विश्वास करे।

सिंह ने कहा ,‘‘भारत और भारतवंशियों की रक्षा करना, सुरक्षा करना हमारा परम धर्म है। गुरु नानक देव जी ने भी हमें यही प्रेरणा दी है। सिख समाज के वीर पूर्वजों को कौन भूल सकता है, जिन्होंने अपनी वीरता और साहस से अफगानिस्तान तक झंडा फहराया था, कौन भूल सकता है राजा रणवीर सिंह जी को जिन्होंने हरविंदर साहिब पर स्वर्ण चक्र लगवाने के साथ ही काशी में भी बाबा विश्वनाथ के मंदिर पर सोने का छत्र लगवाया था। लेकिन बाद में काशी विश्वनाथ का छत्र लूट लिया गया। ” 

रक्षा मंत्री ने कहा, ”सिख समाज ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए भी बहुत कार्य किया है, यदि मैं उनका सब की चर्चा करूंगा तो लंबा समय लगेगा। श्री राम जन्मभूमि के लिए भी सिख समाज के योगदान कोई भूल नहीं सकता है।” (एजेंसी)