उत्तर प्रदेश

Published: Oct 17, 2022 06:37 PM IST

Uttar Pradesh Newsउत्तर प्रदेश में स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित होंगे स्मार्ट गांव: केशव प्रसाद मौर्य

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) ने कहा कि स्मार्ट सिटी (Smart City) की तर्ज पर स्मार्ट गांव (Smart Village) विकसित  किए जाएंगे। इसके लिए ग्राम्य विकास से जुड़े अधिकारी  और जनप्रतिनिधि  मिलकर इस दिशा में कार्य करें। मौर्य ने कहा कि गरीबों के जीवन में परिवर्तन लाने का मनरेगा अच्छा माध्यम है। गांवों के विकास की महायोजना बनाई जाए। हम सबको मिलकर गांव के विकास कार्य में क्रांति लाने का काम करना हैं। गांवों का विकास कर गरीबों के चेहरे पर मुस्कान लाना सरकार का मुख्य उद्देश्य है और इस उद्देश्य की पूर्ति करने में  सरकार पूरी संकल्पबद्धता और प्रतिबद्धता के साथ कर रही है। 

केशव प्रसाद मौर्य सोमवार को पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान अलीगंज  मनरेगा में मैनेजमेंट ऑफ इन्फार्मेशन सिस्टम (MIS) से सम्बंधित में 4 दिवसीय प्रशिक्षण  कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने  इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कोरोना काल में मनरेगा ने लोगों को दिया था रोजगार

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गांव-गरीब की सेवा करना हमारे स्वभाव में होना चाहिए, तभी हम सही मायने में गरीब‌ कल्याण की योजनाओं को धरातल पर उतारने में पूरी तरह सफल हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि गरीबी उन्मूलन और रोजगार देने में ग्रामीण विकास विभाग का कार्य सराहनीय है। टीम भावना से कार्य करते हुए ग्राम्य विकास विभाग ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इसकी बानगी है कि अमृत सरोवरों के निर्माण में उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे हैं। मनरेगा श्रमिकों को श्रम विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के मामले में उत्तर प्रदेश आगे हैं। कोरोना काल में जब आय के सारे स्रोत बन्द हो गये थे, मनरेगा में करोड़ों लोगों को रोजगार दिया गया। मनरेगा में 100 दिन काम करने वाले श्रमिकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें कुशल श्रमिक बनाने की दिशा में काम करके श्रमिकों के घर परिवार में खुशियां बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को अपने दायित्वों का बोध कराते हुए कहा कि गरीबों की सेवा करने में दीर्घकालिक सुख की अनुभूति होती है। उपमुख्यमंत्री ने कहा मनरेगा के माध्यम से स्मार्ट विलेज बनाने का मौका हमारे हाथों में हैं।

ग्राम पंचायतों को किया जाए सम्मानित

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि श्रमशक्ति के बल पर  ग्राम्य विकास विभाग के सेक्टर को नम्बर एक पर ले जाने का संकल्प लेकर जाएं। मौर्य ने कहा कि गांव के विकास के माध्यम से गरीबों के जीवन में दिवाली लाएं। उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों को समारोह करके सम्मानित किया जाए, ताकि और ग्राम पंचायतें भी इससे प्रेरणा ले सकें। ग्राम्य विकास से जुड़े अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का मंडल स्तर पर सम्मेलन कराया जाए। 

श्रमिकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं

उन्होंने कहा कि गांव के विकास में पसीना बहाने वाले श्रमिकों को सभी अनुमन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। गांव-गरीब के शैक्षिक, सामाजिक और आर्थिक उत्थान  के लिए प्रधानमंत्री के विजन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सब लोग पवित्र भावना से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। गरीबों को झोपड़ी से निकाल कर  प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्के मकान दिए गए हैं। इन सभी लाभार्थियों को स्वच्छ शौचालय, गैस कनेक्शन, विद्युत कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, मनरेगा में 100 दिन कार्य जैसे सुविधाएं दी गयी हैं, किन्ही कारणों से किसी भी लाभार्थी को अनुमन्य सुविधाएं नहीं मिल पायी हों, तो उन्हें दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। मौर्य ने कहा कि आवासों की सभी किश्तें समय से लाभार्थियों के खाते में पहुंचनी चाहिए। श्रम शक्ति के बल पर ग्राम विकास के क्षेत्र में नए आयाम, नए मापदंड स्थापित किए जाएं। 

ग्राम प्रधानों को किया जाएगा पुरस्कृत

गांव के विकास कार्यों में कहीं भी संवादहीनता की स्थिति ना रहे, इसलिए योजनाओं की बारीकी जानकारी के लिए इस तरह के कार्यक्रम किए जाने चाहिए। गरीब कल्याण के महायज्ञ में सभी लोग अपनी आहुति डालें। हम सब लोग गांवों को स्वच्छ और सुन्दर रखें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के बारे में प्रधानमंत्री के आदर्शों से हम सबको सीख लेनी चाहिए। उन्होंने ग्राम प्रधानों की गांवों के विकास में उनकी भूमिका और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने घोषणा की कि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रधानों को पुरस्कृत किया जाएगा।