उत्तर प्रदेश

Published: Jun 19, 2020 04:42 PM IST

गन्ना भुगतानउत्तर प्रदेश में तीन साल में 47 लाख किसानों को किया गया एक लाख करोड़ रूपये का गन्ने का भुगतान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में 2017-2020 की अवधि में अब तक 47.20 लाख गन्ना किसानों को एक लाख करोड़ रूपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 2017-2020 के मध्य गन्ना किसानों के हित में किये गये प्रयासों के फलस्वरूप एक लाख करोड़ रूपये से अधिक का रिकार्ड गन्ना मूल्य भुगतान सम्भव हो सका, यह भुगतान इससे पूर्व के तीन वर्षो के सम्मिलित गन्ना मूल्य भुगतान 53,367 करोड़ रूपये से भी 46,633 करोड रूपये अधिक है। एक सरकारी बयान के मुताबिक शुक्रवार को अपने आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017-2020 के मध्य गन्ना किसानों को किया गया यह गन्ना मूल्य भुगतान 2012-2017 के शासन काल के कुल गन्ना मूल्य भुगतान 95,215 करोड़ रूपये से भी 4,785 करोड़ रूपये अधिक है।

वर्ष 2012-2017 के मध्य का भी 4,466 करोड़ रूपये का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान भी 2017-2020 के मध्य ही कराया गया है। गौरतलब है कि 2012 से 2017 के बीच उप्र में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार थी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार का चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग कोरोना महामारी की इस देशव्यापी विभीषिका के दौरान भी गन्ना किसानों के आर्थिक हितों की रक्षा हेतु प्रतिबद्ध है। इसी प्रतिबद्धता को निभाने की कड़ी में लाकडाउन की अवधि के दौरान जब प्रदेश एवं देश के अधिकतर उद्योग बन्द रहे तब केवल उत्तर प्रदेश की चीनी मिले अनवरत संचालित रही जिससे कृषकों के गन्ने की आपूर्ति निर्बाध रूप से चीनी मिलों को हो सकी।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की विभीषिका के दौरान लाकडाउन की अवधि मे चीनी की बिक्री नगण्य होते हुए भी 5,953 करोड़ रूपये का गन्ना मूल्य भुगतान गन्ना किसानों को किया गया। वर्तमान पेराई सत्र 2019-20 में प्रदेश की चीनी मिलों द्वारा रिकार्ड 1,116 लाख टन गन्ना पेराई एवं रिकार्ड 126.5 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया। उक्त पेराई एवं चीनी उत्पादन प्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक है।(एजेंसी)