उत्तर प्रदेश

Published: Sep 12, 2021 07:09 PM IST

Mission Shaktiकन्या सुमंगला योजना से संवर रहा बेटियों का भविष्‍य

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

लखनऊ. प्रदेश सरकार (State Government) एक ओर अपनी योजनाओं से महिलाओं के मनोबल को बढ़ा रही है वहीं दूसरी ओर मिशन शक्ति (Mission Shakti) जैसे वृहद अभियान (Massive Campaign) से उनको सुरक्षा, सम्‍मान और स्‍वावलंबन का कवच प्रदान कर रही है। प्रदेश सरकार की दो योजनाओं से महिलाओं (Women) और बेटियों (Daughters) को लाभ मिल रहा है जिसमें पति की मृत्यु के बाद निराश्रित महिला पेंशन योजना (Women Pension Scheme) और मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना (Mukhyamantri Kanya Sumangala Yojana) से महिलाओं और बेटियों को सीधे तौर पर मदद मिल रही है।

मिशन शक्ति अभियान के तहत इन दोनों योजनाओं से नए लाभार्थियों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। महिला कल्‍याण विभाग की ओर से स्‍वावलंबन कैंप कार्यक्रम का आयोजन कर नई महिलाओं बेटियों के आवेदनों को स्‍वीकार कर इस योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। गौरतलब है क‍ि म‍िशन शक्ति अभियान से प्रदेश की महिलाओं और बेटियों को योगी सरकार की योजनाओं की जानकारी संग उनको विभिन्‍न योजनाओं से जोड़ा जा रहा है।

महज एक साल में जुड़े 1.73 लाख पात्र नवीन लाभार्थी

पति की मृत्यु उपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना  के तहत साल 2017 से 2021 तक पति की मृत्यु उपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत कुल 12.36 लाख नए लाभार्थी जुड़े हैं। वहीं साल 2021-22 में 1.73 लाख पात्र नवीन लाभार्थी जोड़े गए हैं। अब तक 29.68 लाख महिलाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। गौरतलब है कि पात्र लाभार्थियों को 500 रुपए प्रतिमाह की दर से 04 तिमाही में पेंशन का भुगतान पीएफएमएस के जरिए से सीधे उनके बैंक खाते में किया जाता है। इसके साथ ही योजना के लिए लाभार्थी के आयु की अधिकतम सीमा को समाप्त करते हुए वार्षिक आय सीमा को बढ़ाकर 2.00 लाख कर दिया गया है।

कन्या सुमंगला योजना से संवर रहा बेटियों का भविष्‍य

प्रदेश में कन्या भ्रूण हत्या को रोकने, बालिकाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा को सुदृढ करने, बालिका के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने साथ ही बालिका के प्रति आम जन में सकारात्मक सोच विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अप्रैल 2019 में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत की। इस योजना तहत अब तक 9.91 लाख लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है।