उत्तर प्रदेश

Published: Jul 09, 2021 04:24 PM IST

Cinema Halls लॉकडाउन खुलने की अनुमति के बाद भी नहीं टूट रहा यूपी के सिनेमाघरों का सन्नाटा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

राजेश मिश्र

लखनऊ. कोरोना काल (Corona Period) में लंबे समय तक बंद रहे यूपी के सिनेमाघरों को खोले जाने का आदेश मिलने के बाद भी सन्नाटा पसरा हुआ है।  खुलने की इजाजत (Permission) मिलने के कई दिन बाद भी सिनेमाघरों (Cinema Halls) के ताले नहीं खुल सके हैं। शनिवार और रविवार को लागू साप्ताहिक बंदी (Weekly Shutdown), कोविड प्रतिबंधों के तहत केवल 50 फीसदी बुकिंग की अनुमति और सबसे उपर नई फिल्मों के उपलब्ध न होने के चलते सिनेमाघर में रौनक नज़र नहीं आरही है। हालांकि प्रदेश सरकार ने इसी हफ्ते सोमवार से सिनेमा हाल खोलने की अनुमति दे दी थी। 

राजधानी लखनऊ में मल्टीप्लेक्स गुरुवार से तो सिंगल स्क्रीन सिनोमा हाल शुक्रवार से खोलने की योजना थी। गुरुवार को पीवीआर सहित कई मल्टीप्लेक्स नहीं खुले हैं। सिनेमाघर मालिकों का कहना है कि कुछ सिंगल स्क्रीन में शुक्रवार से फिल्मों का प्रदर्शन शुरु हो सकता है पर परिचालन लागत भी न निकलने की आशंका में अभी ज्यादातर में बंदी ही जारी रहेगी।  उनका कहना है कि सिनेमा हाल में सामान्य दिनों में एक हफ्ते में 35 शो चलते हैं जबकि इन दिनों वीकेंड लाकडाउन और रात नौ बजे के बाद लागू होने वाले कोरोना कर्फ्यू के चलते बामुश्किल 20 शो ही चल सकते हैं। 

टिकटों की बुकिंग आनलाइन होगी 

प्रदेश सरकार ने इसी हफ्ते से स्टेडियम, जिम और सिनेमाघरों के संचालन की अनुमति दे दी है।  नए नियमों के तहत सिनेमा घरो में दर्शकों को एक सीट छोड़कर बैठना होगा और सभी को अपने मोबाइल पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा। टिकटों की बुकिंग आनलाइन होगी जबकि विंडों पर भी दर्शकों को पहुंच कर मोबाइल के जरिए ही बुक करना होगा।  सिनेमाहाल के भीतर खाने पीने की चीजें न तो बिकेंगी और नहीं इस्तेमाल की जाएंगी।  दर्शकों को सिनेमाघर के कैंटीन तक जाना होगा। 

लाकडाउन के चलते कोई धंधा संभव नहीं है

सिनेमा हाल संचालकों का कहना है कि ज्यादातर जगहों पर दर्शकों की भीड़ शनिवार और रविवार को ही होती है पर इन दोनो दिन लाकडाउन के चलते कोई धंधा संभव नहीं है। साथ ही बाकी दिनों में भी केवल 50 फीसदी सीटों के लिए ही टिकट दिए जा सकते हैं। सिनोमाघर संचालकों का कहना है कि इन दिनों कोई खास नई फिल्म भी रिलीज नहीं होने जा रही है। ज्यादातर अच्छी फिल्में बीते दिनों ओटीटी प्लेटफार्म पर आ चुकी हैं या आने वाली है।  इन हालात में सिनेमाघरों के लिए धंधा करना पाना खासा मुश्किल हो गया है। 

सिनेमाहाल बीते ढाई महीनों से बंद है

संचालकों का कहना है कि आने वाले कुछ हफ्तों में जब कोविड की दशा और भी बेहतर होगी और प्रतिबंध घटेंगे तो ही धंधा पटरी पर आएगा।  जुलाई के आखिर में और अगले महीने बेलबाटम, अतरंगी रे, बच्चन पांडे, रामसेतु जैसी नई फिल्में भी रिलीज होंगी तब दर्शकों की तादाद बढ़ेगी।  उनका कहना है कि वीकेंड लाकडाउन हटने और अच्छी फिल्मों के रिलीज होने के बाद कम से कम कुछ काम चल 

सकेगा। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सिनेमाहाल बीते ढाई महीनों से बंद हैं।