उत्तर प्रदेश
Published: May 26, 2021 03:11 PM ISTSatish Dwivedi's Brother ResignsEWS कोटे से असिस्टेंट प्रोफेसर बने यूपी के मंत्री सतीश द्विवेदी के भाई ने दिया इस्तीफा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी (Basic Education Minister Dr Satish Dwivedi) के भाई डॉ अरुण द्विवेदी (Dr Arun Dwivedi) ने सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी (Siddhartha University) में मनोविज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर पद से त्यागपत्र दे दिया है। डॉ अरुण द्विवेदी ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया है।
सतीश द्विवेदी के भाई की ईडब्ल्यूएस (EWS) कोटे से अपॉइंटमेंट की खबर सोशल मीडिया पर वायरल खूब वायरल हुई थी। जिसके बाद राजभवन ने इस मामले का संज्ञान लिया था। नियुक्ति के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई की शिक्षा मंत्री ने अपने पद की ताकत का इस्तेमाल कर अपने भाई की नियुक्ति करवाई है।
मामला सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी से लेकर तमाम विपक्षी दलों ने शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के इस्तीफे की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी थी। हालांकि सतीश द्विवेदी ने पूरे प्रकरण से खुद को दूर रखने की भी कोशिश की थी।
अरुण द्विवेदी को 21 मई को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) कोटे के तहत मनोविज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किया गया था। विश्वविद्यालय ने दो पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे, एक ईडब्ल्यूएस कोटा के तहत और दूसरा ओबीसी श्रेणी के तहत।
कुलपति ने बताया कि नियुक्ति के समय उन्हें नहीं पता था कि अरुण मंत्री के भाई हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए यह बात सामने आई। दुबे ने कहा कि दो पदों के लिए 150 आवेदन प्राप्त हुए और योग्यता के आधार पर 10 आवेदकों को शॉर्टलिस्ट किया गया। उन शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों में अरुण कुमार थे।
इन चयनित आवेदकों को एक साक्षात्कार के लिए भी बुलाया गया था, जिसमें अरुण ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। वीसी ने बताया, साक्षात्कार और शैक्षिक योग्यता के संयोजन के बाद उन्होंने पहला स्थान हासिल किया जिसके कारण उनका चयन किया गया। इस बीच मंत्री ने आरोपों को निराधार बताया।
सोनभद्र में पत्रकारों द्वारा उनके और उनके भाई की आय में अंतर के बारे में पूछे जाने पर द्विवेदी ने कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालय की भर्ती प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं किया और अगर किसी को कोई समस्या है तो वह जांच के लिए तैयार हैं।