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Published: Feb 28, 2024 11:03 AM IST

ISRO Gaganyaan Missionतैयार हैं गगनयान मिशन के ये 4 योद्धा, साल 2025 में लॉन्च होगा देश का एक और खास मिशन, जानिए

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
गगनयान मिशन में जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के नामों का एलान ( फोटो-सोशल मीडिया)

नई दिल्ली: दुनियाभर में भारत ने चंद्रयान मिशन (Chandrayaan Mission 3) और सूर्या मिशन (Aditya L1) से जहां पर देश को अलग ही पहचान दिलाई लेकिन अब देश के हिस्से में एक और उपलब्धि गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) के जरिए जुड़ने वाली है। यहां पर इसरो (Isro) के इस गगनयान मिशन में जाने वाले चार एस्ट्रोनॉट्स (अंतरिक्ष यात्री) के नाम का एलान कर दिया है।

इसमें बतौर एस्ट्रोनॉट्स ग्रुप कमांडर प्रशांत बालकृष्णन नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन, विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगे। इस मिशन के लिए चारों योद्धाओं ने रूस जाकर ट्रेनिंग की है तो यह इससे पहले वायुसेना के टेस्ट पायलट रह चुके है।

जानिए गगनयान मिशन के बारे में 

यहां पर गगनयान मिशन की बात करें तो, इस मिशन को साल 2025 में लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है वहीं पर यह भारत देश का पहला अंतरिक्ष मिशन होगा जिसमें दो से तीन अंतरिक्ष यात्रियों को  कुछ समय के लिए निम्न कक्षा में अंतरिक्ष ले जाया जाएगा। यहां से यह यान गगन अपने मिशन के दो दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद  उन्हें सुरक्षित वापस हिंद महासागर में समुद्र के भीतर उतारा जाएगा। इस गगनयान मिशन का उद्देश्य मिशन से जुड़ी कई परीक्षण उड़ानें इस वर्ष पूरी कर ली जाएंगी।

 

जान लीजिए इन 4 अंतरिक्ष यात्रियों के बारे में

गगनयान मिशन में जाने वाले 4 अंतरिक्ष यात्रियों के नाम का एलान होते ही देश के पीएम मोदी ने कहा,  “मैं चाहता हूं कि हर कोई हमारे अंतरिक्ष यात्रियों का खड़े होकर अभिनंदन करें।””हम सभी आज एक ऐतिहासिक सफर के साक्षी बन रहे हैं। अब से कुछ देर पहले देश पहली बार अपने 4 गगनयान यात्रियों से परिचित हुआ। ये सिर्फ 4 नाम और 4 इंसान नहीं हैं, ये 140 करोड़ aspirations को स्पेस में ले जाने वाली 4 शक्तियां हैं।  

1- प्रशांत बालाकृष्णन नायर

गगनयान मिशन के पहले अंतरिक्ष यात्री प्रशांत बालाकृष्णन नायर की बात की जाए तो वे केरल के रहने वाले है जिनकी आयु 47 साल है। उन्होंने पनी स्कूली शिक्षा कुवैत से पूरी की। उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से स्नातक की डिग्री हासिल की है। उन्होंने वहां ‘स्वोर्ड ऑफ ऑनर’ हासिल करके उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। साल 1999 से उन्होंने वायुसेना में अपनी कर्तव्य भूमिका निभा रहे है। इसके अलावा वे पायलट के तौर सुखोई विमान को उड़ा चुके है। 

2-अजीत कृष्णन

गगनयान मिशन के दूसरे अंतरिक्ष यात्री का नाम अजीत कृष्णन है जिनका जन्म 9 अप्रैल 1982 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था। वह एनडीए के पूर्व छात्र हैं और वायु सेना अकादमी में राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक और स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित हैं। उन्हें 21 जून 2003 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था। वह फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं और उनके पास लगभग 2900 घंटे की उड़ान का अनुभव है 

3- शुभांशु शुक्ला

गगनयान मिशन के तीसरे अंतरिक्ष यात्री का नाम शुभांशु शुक्ला है जिनका जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ, यूपी में हुआ था। वह एनडीए के पूर्व छात्र हैं और 17 जून 2006 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में नियुक्त हुए थे। इसके अलावा  शुक्ला ने रूस की राजधानी मॉस्को के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग हासिल की है।

 

4-अंगद प्रताप

गगनयान मिशन के चौथे और अंतिम अंतरिक्ष यात्री का नाम अंगद प्रताप है। उनका जन्म 17 जुलाई 1982 को प्रयागराज में हुआ था। वह एनडीए के पूर्व छात्र हैं और 18 दिसंबर 2004 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में नियुक्त हुए थे।उन्हें 21 जून 2003 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था। वह फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं और उनके पास लगभग 2900 घंटे की उड़ान का अनुभव है।