विज्ञान

Published: Oct 21, 2020 11:01 AM IST

कोविड-19ब्रिटेनः कोरोना वैक्सीन परीक्षण के लिए स्वस्थ प्रतिभागियों को संक्रमित किया जाएगा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

लंदन: ब्रिटिश (British) अनुसंधानकर्ता कोविड-19 (Covid-19) के टीके (Vaccine) की खोज में स्वस्थ युवा प्रतिभागियों को इस बीमारी को फैलाने वाले वायरस से संक्रमित करने की तैयारी कर रहे हैं। इस तरह बीमारी के अनुसंधान और टीके के विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए विवादास्पद तकनीक के इस्तेमाल की योजना की घोषणा करने वाला ब्रिटेन पहला देश बन गया है।

अनुसंधान के इस प्रकार को मनुष्य के लिए चुनौती वाला अध्ययन माना जाता है जिसका इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है क्योंकि कुछ लोग मानते हैं कि स्वस्थ लोगों को संक्रमित करना अनैतिक है। लेकिन कोविड-19 की रोकथाम की दिशा में प्रयासरत कुछ अनुसंधानकर्ता मानते हैं कि इस तरह के अध्ययनों से सबसे अधिक प्रभावी टीके की जल्द पहचान करने की और दुनियाभर में 11 लाख से अधिक लोगों की जान लेने वाली महामारी को नियंत्रित करने में मदद की क्षमता है।

अध्ययन के सह-अनुसंधानकर्ता प्रोफेसर पीटर ओपनशॉ ने कहा, ‘‘अध्ययन में सहभागियों को जानबूझकर मनुष्य को प्रभावित करने वाले एक रोगाणु से संक्रमित करने को कभी हल्के में नहीं लिया गया?”

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि इस तरह के अध्ययन किसी बीमारी के बारे में विस्तार से बताते हैं, और ऐसा कोविड-19 को लेकर भी है।” इंपीरियल कॉलेज लंदन ने मंगलवार को कहा कि 18 से 30 वर्ष के प्रतिभागियों पर सरकार के व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति विभाग, रॉयल फ्री लंदन एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट और एचवीआईवीओ के साथ मिलकर अध्ययन किया जाएगा।