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Published: May 26, 2022 04:03 PM IST

Informativeआखिर क्यों शादी में दुल्हन पहनती है लाल रंग का जोड़ा? जानें इसके पीछे की वैज्ञानिक वजह

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: अक्सर हमने देखा है कि भारत में ज्यादातर दुल्हनें शादी में लाल रंग का जोड़ा ही पहनते है। लेकिन क्या आपने मन में इस बात को लेकर कभी सवाल आया है कि आखिर शादी में दुल्हन लाल रंग का जोड़ा ही क्यों पहनते है। अब आप कहेंगे की लाल रंग शुभ होता है इसलिए शादी के दौरान दुल्हन लाल रंग का जोड़ा पहनती है, लेकिन हम आपको बता दें कि  इस वजह के अलअवा भी एक वैज्ञानिक कारन है जिसके वजह से शादी में दुल्हन लाल रंग का जोड़ा पहनती है। आइए जानते है आखिर दुल्हन का लाल रंग का जोड़ा पहनने के पीछे क्या वैज्ञानिक कारन है…  

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार…  

जैसा की हम सब जानते है भारत सहित कई अन्य देशों में शादी के दौरान ज्यादातर दुल्हनें लाल रंग का जोड़ा ही पहनती हैं। दरअसल, लाल रंग पहनने के पीछे का ज्योतिषी कारण तो यही है कि हिंदू रीति-रिवाजों में लाल रंग को शुभ माना जाता है। शादी-विवाह जैसे शुभ कार्यों में लाल, पीले या गुलाबी रंग को शुभ कहा गया है और इन्हीं रंगों का प्रयोग होता है।  इसके अलावा दुल्हन के जोड़े का लाल रंग का होने के पीछे एक वजह यह भी है कि इस रंग को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।  इसलिए भारत में दुल्हन लाल रंग का जोड़ा पहनती है।

क्या है वैज्ञानिक कारण

आपको बता दें दुल्हन का जोड़ा लाल रंग का होने के पीछे एक खास वैज्ञानिक वजह भी है। दरअसल इसके पीछे की वजह ये है कि लाल रंग ऊर्जा का स्रोत है। इससे पॉजिटिव एनर्जी आती है। यही वजह है कि दुल्हन के जोड़े का रंग लाल होता है। 

ये जानकारी भी है जरूरी 

क्या आपको पता है जहां एक तरफ लाल रंग को शादियों में इतना ज्यादा महत्व दिया जाता है, वहीं कुछ रंगों को वर्जित भी किया गया है। जी हां ऐसे   कुछ रंग है जो दुल्हन के जोड़ें मन नहीं होने चाहिए। हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक, शादी और अन्य शुभ कार्यों में काला, नीला और भूरा रंग वर्जित है।  इन रंगों को अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इन रंगों से नेगेटिविटी आती है और शुभ कार्यों में नकारात्मकता की कोई जगह नहीं है, इसलिए इन रंगों को नहीं इस्तेमाल किया जाता।