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Published: Nov 21, 2022 10:20 AM IST

Air Will Make Waterगजब: दुनिया में 'इस' जगह पर हवा से बनेगा 'पानी', जानें आख़िर कैसे?

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

नई दिल्ली: दुनिया में ऐसी कई जगहें है जहां पानी की भरमार है, वहीं कुछ ऐसी जगहें भी है जहां पानी की बहुत किल्लत है। ऐसे में इजराइल एक ऐसा देश है जहां पानी की कमी है इसलिए वहां पानी को लेकर कई शोध हो रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कई अध्ययन किए जा रहे हैं कि नागरिक स्वच्छ और शुद्ध पानी पी सकें। ऐसे में अब इस प्रयास से वहां की वॉटरजेन कंपनी ने पानी बनाने की मशीन बनाई है। यह मशीन जनता के उपयोग के लिए उपयोगी है और वर्तमान में उन्होंने इसे एक कार में लगाया है। इससे कार में सवार यात्रियों को सफर के दौरान पानी लेकर चलने की जरूरत नहीं होती है। वे कार में ही तैयार शुद्ध पानी पी सकेंगे। इसमें विशेष बात यह है कि यह जल वायु से निर्मित होता है। आइए जानते है यह मशीन कैसे करेगी काम…  

ऐसे बनता है हवा में पानी 

आपको बता दें कि इजरायल की कंपनी वॉटरजेन (Watergen) ने एक ऐसी मशीन बनाई है जो हवा से साफ पानी बनाती है। उन्होंने इस मशीन को कार में लगाया है। वाटरजेन का मुख्यालय इज़राइल की राजधानी तेल अवीव में है। वहीं इस मशीन के बारे में पूरी जानकारी दी। इस मशीन में हवा से नमी सोखी जाती है और उससे पानी बनाया जाता है। यह मशीन कार की डिक्की में लगी होती है और गियरबॉक्स के पास एक नल लगा होता है। इसके जरिए यात्रियों को पीने का पानी मिलता है। वाटरजेन इस मशीन को किसी भी कार में लगाने के लिए कार निर्माताओं से बातचीत कर रही है। कंपनी पिछले कई सालों से ऐसी मशीन बनाने का काम कर रही थी।

24 घंटे में 30 लीटर पानी पैदा करती है मशीन 

दरअसल इससे एक जल जनरेटर बनाया गया था। बता दें कि इसका उपयोग घरों और कार्यालयों में किया जाता है। अब कंपनी ने एक ऐसी मशीन बनाई है जिसे कार में लगाया जा सकता है। घरेलू उपयोग के लिए डिजाइन की गई यह मशीन 24 घंटे में 30 लीटर पानी पैदा करती है। कंपनी का कहना है कि भले ही हवा में 20 फीसदी नमी ही इस मशीन के ठीक से काम करने के लिए पर्याप्त हो. हवा से नमी को अवशोषित करके उत्पादित पानी में खनिज और लवण मिलाए जाते हैं। तो पानी स्वस्थ हो जाता है।

मिल रही अच्छी प्रतिक्रिया 

वाटरजेन कंपनी के साथ काम करने वाले कहते हैं कि भारत जैसे देशों से घर और ऑफिस में इस्तेमाल होने वाली मशीनों की मांग भी बढ़ रही है। एम। वी जयपुरिया ग्रुप एक भारतीय कंपनी है। वाटरजेन के सीईओ मायन मुल्ला ने कहा, इन दोनों मशीनों को भारत से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। वॉटरजेन कंपनी ने ऐसी मशीनें भी बनाई हैं जिनका इस्तेमाल बड़े-बड़े दफ्तरों, सोसायटियों, इमारतों में किया जा सकता है। ऐसी ही एक मशीन वाटरजेन कंपनी मुख्यालय की छत पर लगी है। यह मशीन 24 घंटे में 800 से 900 लीटर पानी पैदा करती है।

पानी बनाने को लेकर लगातार शोध 

इसके अलावा, कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी मिकी शोहम ने कहा कि प्रतिदिन 6 हजार लीटर पानी पैदा करने वाला एक बड़ा जल जनरेटर भी बनाया गया है। इस मशीन का इस्तेमाल सार्वजनिक रूप से किया जा सकता है। इस तरह से उत्पादित पानी की लागत 50-60 पैसे प्रति लीटर होगी। दुनिया दिन-ब-दिन पीने के पानी की कमी का सामना कर रही है। यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में हर तीसरे व्यक्ति को पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं है। भारत में भी कुछ क्षेत्रों में पेयजल संकट गंभीर हो गया है। अनुमान है कि 2050 तक दुनिया में पानी की कमी और गंभीर हो जाएगी। इसलिए वैज्ञानिक पानी बनाने को लेकर लगातार शोध कर रहे हैं।