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Published: Jul 10, 2020 04:41 PM IST

उइगर मुस्लिम उत्पीड़नउइगर मुस्लिम उत्पीड़न मामले में चीनी अधिकारियों को सजा, USA में हुए बैन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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वॉशिंगटन. अमेरिका ने चीन में उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार को देखते हुए गंभीर फैसला लिया है. अमेरिका ने चीन में उइगुर मुसलमानों, कजाक और अन्य जातीय अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का उल्लंघन करने को लेकर सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ बड़ा ऐक्शन लेते हुए एक चीनी संस्था सहित चार शीर्ष अधिकारियों को शिनजियांग प्रांत में प्रतिबंध लगा दिया हैं। चीन की सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी से जुड़े इन अधिकारियों में शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र के चीनी कम्युनिस्ट पार्टी सचिव चेन क्वांगो, पूर्व उप पार्टी सचिव झू हैलुन, शिनजियांग पब्लिक सिक्योरिटी ब्यूरो के पार्टी सचिव वैंग मिंगशान और पूर्व पार्टी सचिव हुओ लियुजुन शामिल हैं. प्रतिबंध लगने के बाद ये अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य अब अमेरिका में प्रवेश नहीं कर पाएंगे. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि चीन के शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर अमेरिका कार्रवाई कर रहा है.

चीन की सरकार देश में मुस्लिम आबादी पर अंकुश लगाने के अपने अभियान के तहत उइगर एवं अन्य अल्पसंख्यकों के बीच जन्म दर को घटाने के लिए सख्त से सख्त कदम उठा रही है जबकि वह देश के हान बहुसंख्यकों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. सरकारी आंकड़ों, राज्य के दस्तावेजों तथा निरोध केंद्र में पूर्व में रखे गए 30 लोगों, उनके परिवार के सदस्यों और निरोध केंद्र के पूर्व प्रबंधक के साक्षात्कारों पर आधारित एक पड़ताल के मुताबिक पहले कोई-कोई महिला जबरन गर्भनिरोध के बारे में बोलती थी लेकिन यह चलन पहले के मुकाबले ज्यादा बड़े पैमाने पर और सुनियोजित तरीके से शुरू हो चुका है.

शिनजियांग के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र में पिछले चार साल से चलाए जा रहे अभियान को कुछ विशेषज्ञ एक तरह से “जनसांख्यिकीय नरसंरहार” करार दे रहे हैं. साक्षात्कार और आंकड़े दिखाते हैं कि यह प्रांत अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को नियमित तौर पर गर्भावस्था जांच कराने को कहता है, उन्हें अंतर्गर्भाशयी उपकरण (आयूडी) लगवाने के अलावा नसबंदी करवाने तथा लाखों महिलाओं को गर्भपात कराने के लिए भी मजबूर करता है. देश भर में जहां आईयूडी के इस्तेमाल और नसबंदी में गिरावट आई है वहीं शिनजियांग में ये तेजी से बढ़ रहे हैं. जनसंख्या नियंत्रण के इन उपायों पर जोर बड़े पैमाने पर लोगों को हिरासत में लेकर दिया जाता है.

पोम्पिओ ने कहा, ”मैं दूसरे सीसीपी अधिकारियों पर भी अतिरिक्त वीजा प्रतिबंध लगा रहा हूं, जो उइगर मुस्लिमों, कजाक और दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों पर अन्याय के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं. इस प्रतिबंध के दायरे में परिवार के सदस्य भी आएंगे.” पोम्पिओ ने कहा कि चीन उइगर, कजाक और दूसरे अल्पशंख्यक समुदाओं के मानवाधिकारों का हनन कर रहा है, उनसे जबरन काम कराया जाता है, सामूहिक रूप से हिरासत में रखा जा रहा है और जबरन जनसंख्या नियंत्रण को लागू किया जा रहा, उनकी संस्कृति और मुस्लिम आस्था को खत्म करने की कोशिश की जा रही है, ऐसे में अमेरिका चुपचाप नहीं बैठा रहेगा.

कुछ दिनों पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन को उइगर और अन्य जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ चलाए उसके अभियान के लिए दंडित करने के लिए एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए. विधेयक में पश्चिमी शिनजियांग क्षेत्र में उइगरों और अन्य जातीय समूह के लोगों की बड़े पैमाने पर निगरानी और उन्हें हिरासत में लेने वाले चीन के अधिकारियों पर प्रतिबंध की बात भी शामिल हैं. चीन में एक लाख से अधिक लोगों को बदतर हालात में शिविरों में हिरासत में रखने के खिलाफ और उसे दंडित करने के लिए किसी भी देश द्वारा उठाया गया यह एक बड़ा कदम है.