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Published: Mar 14, 2022 10:50 AM IST

Albert Einstein Birth Anniversary अल्बर्ट आइंस्टीन की जयंती आज, जानें उनसे जुड़े कुछ रोचक किस्से

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Photo:Social Media

नई दिल्ली: दुनिया में अब तक के सबसे महान भौतिकविदों (Greatest Physicists) में से एक अल्बर्ट आइंस्टीन की आज बर्थ एनिवर्सरी (Albert Einstein Birth Anniversary) है। अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च, 1879 को जर्मनी में हुआ था। उन्हें सापेक्षता के सिद्धांत को विकसित करने के लिए आज भी जाना जाता है। क्वांटम यांत्रिकी के सिद्धांत में उनके योगदान को भी व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है और उनके योगदान के लिए आज भी उनकी प्रशंसा की जाती है। अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) को उनके योगदान के लिए 1921 में नोबेल पुरस्कार से भी नवाज़ा गया था। 

अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म जर्मनी में हुआ था लेकिन वह लंबे समय तक देश में नहीं रहे। वह इटली और स्विट्जरलैंड में ज़्यादा रहे। अमेरिका जाने के बाद आइंस्टीन कभी जर्मनी नहीं लौटे। आइये अल्बर्ट आइंस्टीन की जयंती पर उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक किस्से जानते हैं… 

– अल्बर्ट आइंस्टीन को उनके पिता ने बचपन में एक कंपास गिफ्ट किया था जिसके बाद से उन्हें भौतिकी में दिलचस्पी आई और वे इसे बेहद ही गहराई से फिज़िक्स की खोज करने लगे। 

– अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपना पहला पेपर 16 साल की उम्र में लिखा था और उनका पेपर उनके कंपास से प्रेरित था।

–  बचपन में अल्बर्ट आइंस्टीन को अलग-अलग भाषा और अन्य सब्जेक्ट्स में काफी संघर्ष करना पड़ता था इसलिए उन्होंने 15 साल की उम्र में स्कूल छोड़ दिया। हालांकि तब भी उन्होंने गणित, भौतिकी, फिलोसोफी में उल्लेखनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन किया था।

– अल्बर्ट आइंस्टीन ने सबसे पहले छात्रों को गणित और भौतिकी पढ़ाया। काम न मिलने के बाद अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपनी पीएच.डी. पूरी की थी।

अल्बर्ट आइंस्टीन की जयंती पर उनके द्वारा कहे गए कुछ प्रसिद्ध कोट्स-  

– ‘जीवन जीने के केवल दो ही तरीके होते हैं। एक में जैसे कुछ भी चमत्कार नहीं। दूसरे में सब कुछ एक चमत्कार है।’

– ‘यदि आप इसे किसी छह साल के बच्चे को नहीं समझा सकते हैं, तो आप इसे स्वयं नहीं समझते हैं।’

– ‘मैं अपनी कल्पना पर स्वतंत्र रूप से आकर्षित करने के लिए एक कलाकार के लिए पर्याप्त हूं। कल्पना ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है। ज्ञान सीमित है। कल्पना दुनिया को घेर लेती है।’