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Published: Dec 28, 2020 04:32 PM IST

ट्रंप-चीनव्हाइट हाउस छोड़ने से पहले ट्रंप ने दिया चीन को एक और ज़ख्म, तिब्बत नीति वाले इस विधेयक पर किए हस्ताक्षर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वाशिंगटन: अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) ने एक ऐसे विधेयक पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें तिब्बत (Tibet) में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास (American Consulate) स्थापित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाने की बात की गई है कि अगले दलाई लामा (Dalai Lama) का चयन केवल तिब्बती बौद्ध समुदाय (Tibetan Buddhist Community) के लोग करें और इसमें चीन (China) का कोई हस्तक्षेप नहीं हो।

‘तिब्बती नीति एवं समर्थन कानून 2020′ में तिब्बत संबंधी विभिन्न कार्यक्रमों एवं प्रावधानों में संशोधन किया गया है। ट्रंप ने रविवार को कोरोना वायरस (Corona Virus) से निपटने के लिए राहत देने और संघीय सरकार को धन मुहैया कराने के लिए 2300 अरब डॉलर के पैकेज के तहत रविवार को इस विधेयक को मंजूरी दी।

चीन के विरोध के बावजूद अमेरिकी सीनेट ने पिछले सप्ताह इसे सर्वसम्मति से पारित किया था, जिसमें तिब्बतियों को उनके आध्यात्मिक नेता का उत्तराधिकारी चुनने के अधिकार को रेखांकित किया गया है और तिब्बत के मुद्दों पर एक विशेष राजनयिक की भूमिका का विस्तार किया गया है।

विधेयक के तहत तिब्बत संबंधी मामलों पर अमेरिका के विशेष राजनयिक को यह अधिकार दिया गया है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर (International Level) पर गठबंधन कर सकता है कि अगले दलाई लामा का चयन सिर्फ तिब्बती बौद्ध समुदाय करे। इसमें तिब्बत में तिब्बती समुदाय के समर्थन में गैर-सरकारी संगठनों को सहायता का प्रस्ताव है। इसमें अमेरिका (America) में नये चीनी वाणिज्य दूतावासों पर तब तक पाबंदी की बात है जब तक तिब्बत के ल्हासा में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की स्थापना नहीं की जाती।