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Published: Oct 10, 2020 09:46 AM IST

चीन कोवैक्स वैक्सीन कोरोना वायरस के टीके संबंधी गठबंधन ‘कोवैक्स' में शामिल हुआ चीन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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बीजिंग. चीन(China) दुनियाभर में कोविड-19 (Covid-19 Vaccine) टीकों के समान रूप से वितरित करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) (World Health Organization)(WHO) के ‘कोवैक्स’‘(Kovacs) गठबंधन में आधिकारिक तौर पर शामिल हो गया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, ‘‘आठ अक्टूबर को, चीन और गठबंधन का सह-नेतृत्व कर रहे ‘‘गावी” ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए और आधिकारिक तौर पर कोवैक्स में शामिल हुआ।” उन्होंने उन रिपोर्टों को खारिज किया कि चीन की योजना है कि विकसित देशों से पहले विकासशील देशों को टीके वितरित किए जाएं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे चीन ने सभी के लिए स्वास्थ्य के की साझा अवधारणा को बनाए रखने और कोविड-19 टीकों को दुनिया के लोगों की भलाई में इस्तेमाल करने की अपनी प्रतिबद्धता के वास्ते उठाया है।” हुआ ने बाद में पत्रकार सम्मेलन में बताया कि चीन गावी के अधिकारियों के साथ अपनी साझेदारी के तौर-तरीकों को अंतिम रूप दे रहा है और उन्हें चीनी आबादी को वितरित करने के लिए 15 कोवैक्स टीके खरीदने पर सहमत हुआ है। शुरुआत में, चीन गठबंधन में शामिल होने पर सहमत नहीं था। वह गठबंधन में शामिल होने की अंतिम सीमा तक इसमें शामिल नहीं हुआ था। डब्ल्यूएचओ के अनुसार देशों को 18 सितंबर तक कोविड-19 वैक्सीन ग्लोबल एक्सेस फैसिलिटी (कोवैक्स) में शामिल हो जाना चाहिए था। हुआ ने एक बयान में कहा, ‘‘हम खासकर विकासशील देशों को टीकों का समान वितरण सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि और सक्षम देश कोवैक्स से जुड़ेंगे एवं इसे समर्थन देंगे।”

उन्होंने कहा, ‘‘अगर चीन में हिस्सा लेने वाली आबादी बहुत बड़ी है तो अन्य देशों के लिए टीके कम होंगे। यह स्पष्ट गणित है। एक करोड़ 50 लाख एक उपयुक्त संख्या है। यह इस कार्यक्रम में चीन की भागीदारी को दर्शाता है और अन्य देशों के हितों को समायोजित करता है।” हुआ ने हालांकि सीधे तौर पर उन सवालों का जवाब नहीं दिया कि क्या चीन एक साथ अपनी पसंद के देशों को टीका प्रदान करेगा। इससे पहले, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा था कि चीन विश्व के लोगों की भलाई के लिए टीका बनाएगा। इस गठबंधन को इसलिए बनाया गया है, ताकि अमीर देश संभावित टीका खरीदने पर सहमत हों और गरीब देशों तक इसे मुहैया कराने में मदद करे। (एजेंसी)