विदेश

Published: Jul 16, 2020 02:47 PM IST

चीन वायरस टीकाचीन की कम्पनी ने अपने कर्मचारियों पर कोरोना वायरस के टीके का परीक्षण करने का किया दावा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Representative Image

बीजिंग. कोरोना वायरस टीका बनाने की वैश्विक दौड़ के बीच चीन की एक सरकारी कम्पनी ने दावा किया है कि सरकार के मनुष्य पर टीके के परीक्षण की अनुमति देने से पहले ही उसने शीर्ष अधिकारियों सहित अपने कर्मचारियों को इसकी प्रयोग्ताम्क खुराक दी है। ‘साइनोफार्म’ कम्पनी की ओर से ऑनलाइन ‘‘जीतने के लिए मदद करने वाले लोग” के शीर्षक वाली पोस्ट में उसके कर्मचारियों की एक तस्वीर है और लिखा था, टीका बनाने के ‘‘पूर्व परीक्षण” में मदद की।

चाहे इसे वीरतापूर्ण बलिदान के रूप में देखा जाए या अंतरराष्ट्रीय नैतिक मानदंडों का उल्लंघन लेकिन यह दावा एक विशाल दांव को रेखांकित करता है क्योंकि महामारी खत्म करने के लिए टीका बनाने की दौड़ में अमेरिका और ब्रिटिश कम्पनियों के साथ चीन की प्रतिस्पर्धा है। दावा सही साबित होने से उसकी वैज्ञानिक और राजनीतिक जीत होगी। जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में एक वैश्विक जन स्वास्थ्य कानून विशेषज्ञ लॉरेंस गोस्टिन ने कहा कि कोविड-19 का टीका सभी को चाहिए लेकिन इसे पाना बेहद कठिन है।

कोरोना वायरस को टीका बनाने की दौड़ में चीन ने पहले अपने आप को एक प्रबल दावेदार के तौर पर पेश किया है। दुनियाभर में दो दर्जन टीके मानव परीक्षण के विभिन्न स्तर पर हैं। उनमें से सबसे अधिक आठ चीन के हैं। वहीं ‘साइनोफार्म’ ने भी परीक्षण के अंतिम चरण में होने की घोषणा कर दी है, जिससे उसकी स्थिति और मजबूत होती दिख रही है। (एजेंसी)