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Published: Jul 15, 2022 05:35 PM IST

Sri Lanka Crisisमहिंदा और बसिला राजपक्षे की बढ़ी मुश्किलें, लंका सुप्रीमकोर्ट ने 28 जुलाई तक देश के बाहर जाने पर लगाई रोक

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

कोलंबो: श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और उनके छोटे भाई पूर्व वित्तमंत्री बसिला राजपक्षे को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। अदालत ने दोनों नेताओं के विदेश जाने पर रोक लगा दी है। शुक्रवार को जारी किये अपने अंतरिम आदेश में कहा कि, दोनों राजपक्षे भाई बिना अदालत की इजाजत से 28 जुलाई तक देश के बाहर नहीं जा सकते हैं। 

ज्ञात हो कि, 12 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अपनी पत्नी और दो अंगरक्षकों के साथ एयरफोर्स के विमान से मालदीव भाग गए। वहीं उनके भाई बसिला भी देश से बाहर जाने के प्रयास कर चुके हैं। वह यूएई जाने के लिए कोलंबो एयरपोर्ट पहुंचे थे, लेकिन उनको देखते ही इमिग्रेशन के अधिकारी और एयरपोर्ट कर्मचारियों ने काम करने और इमिग्रेशन देने से इनकार कर दिया। इसके बाद बसिला को मजबूरन वापस लौटना पड़ा। 

गोटबाया ने दिया इस्तीफा 

देश से मालदीव भाग गए गोटबाया ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा सिंगापूर पहुंचने के बाद दिया है। 12 जुलाई को गोटबाया विशेष विमान से मालदीव भाग गए थे। उनके मालदीव पहुंचने को लेकर वहां की विपक्षी दलों ने विरोध करना शुरू कर दिया था, जिसके बाद वहां की सरकार ने उन्हें शरण देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद वह 15 जुलाई को सिंगापूर पहुंचे और फिर पद से इस्तीफा दिया। 

रानिल विक्रमसिंघे बने कार्यवाहक राष्ट्रपति 

गोटबाया के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कार्यवाहक राष्ट्रपति पद की शपथ ली। उन्हें चीफ जस्टिस जयंता जयसूर्या ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह अगले राष्ट्रपति के चुनाव होने तक इस पद पर बने रहेंगे। श्रीलंका संविधान के अनुसार एक महीने के अंदर नए राष्ट्रपति का  चुनाव करना है। 

बुधवार को नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव 

वहीं नए राष्ट्रपति को लेकर एसएलपीपी के सांसद गेविंदु कुमारतुंगा ने कहा, “हमने अगले राष्ट्रपति का चयन करने के लिए एक कार्यक्रम तय किया है। नामांकन प्राप्त करने के बाद, बुधवार को मतदान के बाद एक नए राष्ट्रपति का फैसला किया जाएगा।”