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Published: May 16, 2021 10:56 PM IST

Israel-Palestine Conflictइजराइल के हवाई हमलों में 42 लोगों की मौत, गाजा सिटी में तीन इमारतें नष्ट

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
AP/PTI Photo

गाजा सिटी. इजराइल (Israel) द्वारा रविवार को गाजा सिटी (Gaza City) पर किए गए हवाई हमलों (Airstrikes) में तीन इमारत नष्ट हो गईं और कम से कम 42 लोग मारे गए। इजराइल और हमास के बीच एक सप्ताह पहले शुरू हुए संघर्ष के बाद यह सबसे भीषण हमला था। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हमले में मारे गए लोगों में 16 महिलाएं और 10 बच्चे भी शामिल हैं, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इसने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य अब भी जारी है। इससे पहले इजराइली सेना ने कहा कि उसने दक्षिणी शहर खान यूनिस में अलग हवाई हमले में गाजा के शीर्ष हमास नेता याहिया सिनवार के आवास को जमींदोज कर दिया।

हमास के वरिष्ठ नेताओं के घरों पर पिछले दो दिनों में यह तीसरा हमला है। वहीं, हमले के मद्देनजर हमास के कई नेता भूमिगत हो गए हैं। इजराइल ने हमास को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने के लिए हालिया दिनों में हमले तेज कर दिए हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय वार्ताकार भी दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन हमास के नेताओं को निशाना बनाए जाने से इन प्रयासों में मुश्किलें आ सकती हैं।

पूर्वी यरुशलम में इस महीने की शुरुआत में तनाव तब शुरू हुआ जब फलस्तीनियों ने शेख जर्रा में उन्हें निकाले जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया और इजराइली पुलिस ने अल-अक्सा मस्जिद में कार्रवाई की। यह लड़ाई पिछले सोमवार को शुरू हुई जब यरुशलम को बचाने का दावा करने वाले हमास ने लंबी दूरी के रॉकेट दागे। संघर्ष अन्य जगहों पर भी फैल गया है। वेस्ट बैंक और इजराइल में भी कई जगहों पर यहूदी और अरब नागरिकों के बीच झड़पें हुई हैं। इस संघर्ष में गाजा में 55 बच्चे और 33 महिलाओं समेत 188 फलस्तीनी मारे गए हैं और 1,230 लोग जख्मी हुए हैं।

वहीं, इजराइल में आठ लोगों की मौत हुई है जिनमें पांच साल का एक बच्चा भी शामिल है। इजराइली सेना ने रविवार को कहा कि उसने हमास के सबसे वरिष्ठ नेता याहिया सिनवार के घर को निशाना बनाया जो समूह के बाकी शीर्ष नेताओं के साथ संभवत: वहां छिपा था। इजराइल ने शनिवार को हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख नेता खलील अल-हायेह के घर पर बम गिराए थे।

हमास और इस्लामी जेहाद उग्रवादी समूह ने स्वीकार किया है कि सोमवार को संघर्ष शुरू होने के बाद से उसके 20 लड़ाके मारे गए हैं। मिस्र के एक राजनयिक ने कहा कि हमास के राजनीतिक नेताओं को निशाना बनाने से संघर्षविराम के प्रयासों पर असर पड़ेगा। हमास और अन्य उग्रवादी समूहों ने इजराइल पर करीब 2,900 रॉकेट दागे हैं।

वहीं, इजराइली सेना का कहना है कि 450 रॉकेट थोड़ी दूर जाकर ही गिर गए जबकि वायुसेना की प्रतिरक्षा प्रणाली ने 1,150 रॉकेटों को मार गिराया। इजराइल ने गाजा की तरफ सैकड़ों हवाई हमले किए हैं जहां करीब 20 लाख फलस्तीनी रहते हैं। इसने गाजा सिटी की सबसे ऊंची इमारत को गिरा दिया और कहा कि इसमें हमास की सेना से जुड़े दफ्तर थे। वहीं, शनिवार को एक बहुमंजिला इमारत को ध्वस्त कर दिया जिसमें ‘द असोसिएटेड प्रेस’ और अन्य मीडिया संस्थानों के कार्यालय थे। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘‘जब तक जरूरत पड़ेगी तब तक यह अभियान जारी रहेगा।”

उन्होंने आरोप लगाया कि हमास की सैन्य खुफिया इकाई इस इमारत में काम कर रही थी। ‘एपी’ का कार्यालय इस इमारत में पिछले 15 वर्षों से था यानी कि इजराइल और हमास के बीच पहले के तीन युद्धों के दौरान भी उसने इसी इमारत से काम किया लेकिन कभी उसे सीधे निशाना नहीं बनाया गया।

मीडिया संस्थानों के कार्यालय जिस इमारत में थे, उस पर दोपहर को हुए हमले से पहले इजराइली सेना ने इमारत के मलिक को फोन कर इसे निशाना बनाए जाने की चेतावनी दी थी। इसके बाद ‘एपी’ के कर्मचारी एवं अन्य लोगों ने तत्काल इमारत को खाली कर दिया था। ‘एपी’ के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी गैरी प्रुइट ने एक बयान में कहा, ‘‘आज जो भी हुआ, उसके कारण गाजा में जो भी हो रहा है उसके बारे में दुनिया ज्यादा नहीं जान पाएगी।”

उन्होंने कहा कि अमेरिकी समाचार एजेंसी इजराइल सरकार से जानकारी ले रही है तथा इसके बारे में और अधिक जानने के लिए अमेरिका के विदेश विभाग के साथ बातचीत कर रही है। (एजेंसी)