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Published: Nov 25, 2020 12:54 PM IST

अमेरिका जलवायुसिर्फ पेरिस समझौते से कुछ नहीं होगा, समस्या से निपटने के लिए विश्व को एक साथ आने की जरूरत: जॉन कैरी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वाशिंगटन: अमेरिका (America) के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) द्वारा उनके जलवायु (Climate Change) दूत के तौर पर नामित जॉन कैरी (John Kerry) ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए विश्व को एक साथ आने की जरूरत है और केवल ऐतिहासिक पेरिस समझौता (Paris Agreement) इसके लिए काफी नहीं होगा।

कैरी ने कहा कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन ने एक साहसिक, परिवर्तनकारी जलवायु योजना को आगे बढ़ाया है, जो मौजूदा समय में कारगर साबित होगी। बाइडन ने इस बात पर भी जोर दिया है कि केवल एक देश अकेले इस चुनौती से नहीं निपट सकता।

पूर्व विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘जबकि अमेरिका केवल 15 प्रतिशत वैश्विक उत्सर्जन के लिए ही जिम्मेदार है, लेकिन इस समस्या को हल करने के लिए विश्व को एक साथ आना होगा।” बाइडन ने कहा था कि वह उनके प्रशासन के काम शुरू करने के पहले दिन ही जलवायु परिवर्तन पर हुए पेरिस समझौते का अमेरिका एक बार फिर हिस्सा बन जाएंगे।

कैरी ने कहा, ‘‘आप सही हैं कि हम पहले दिन ही पेरिस समझौते का एक बार फिर हिस्सा बन जाएंगे और आपका यह कहना भी सही है कि अकेले पेरिस (समझौते) से कुछ नहीं होगा। आज से एक वर्ष बाद ग्लासगो में वैश्विक बैठक है, सभी राष्ट्रों को एक साथ महत्वाकांक्षाएं बढ़ानी होंगी – या हम सभी एक साथ विफल होंगे। विफल होना कोई विकल्प नहीं है।” कैरी जलवायु परिवर्तन पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के पहले सदस्य होंगे।