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Published: Nov 15, 2021 10:34 AM IST

Pakistan Politicsपाकिस्तान: सरकार और सेना के बीच तेज घमासान, क्या छिनेगा PM इमरान का सिंहासन..

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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नयी दिल्ली. सुबह की बड़ी खबर के अनुसार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के तारे अब गर्दिश में जाते दिख रहे हैं। जी हाँ, दरअसल पाकिस्‍तान (Pakistan) में सरकार और सेना के बीच खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के प्रमुख की नियुक्ति को लेकर हो रही तकरार अब और तेज हो गई है। वहीं सूत्रों की माने तो सेना पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को पद से हटाने की भी जबरदस्त तैयारी कर रही है। 

गौरतलब है कि आगामी 20 नवंबर को लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ISI के डीजी का पद संभालने वाले हैं। इसे लेकर इमरान खान और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा (Qamar Javed Bajwa) के बीच भयंकर तकरार और विवाद है। बताया जा रहा है कि बाजवा चाहते हैं कि ISI प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को पद पर बनाए रखा जाए।

इधर मीडिया से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे पर हो रहे गहमा गहमी के चलते अब इमरान काहन के पास दो विकल्‍प रखे गए हैं। इनमें से पहला विकल्‍प तो ये यह है कि इमरान खान खुद 20 नवंबर से पहले पद से इस्‍तीफा दे दें और दूसरा विकल्‍प है कि संसद में विपक्ष इन हाउस अब ऐसे में बदलाव करेगा। अब इन दोनों ही विकल्‍पों में इमरान खान का प्रधानमंत्री पद से जाना तय है। 

वहीं सूत्रों का ययः भी डाव है कि आने वाले कुछ ही हफ्तों में पाकिस्‍तान की सत्‍तारूढ़ पार्टी पाकिस्‍तान तहरीक ए इंसाफ का साथ उसके दो गठबंधन दल मुतहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्‍यूएम) और पाकिस्‍तान मुस्लिम लीग उसका साथ छोड़ सकते हैं। वहीं विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक PTI के परवेज खटक और पाकिस्‍तान मुस्लिम लीग के शाहबाज शरीफ अब संभावित प्रधानमंत्री पद के लिए अगले प्रमुख लोग हैं।

गौरतलब है कि पाकिस्‍तान की इमरान सरकार ने बीते हफ्ते ही तहरीक ए लब्‍बैक पाकिस्‍तान (TLP) के सैकड़ों समर्थकों को रिहा किया है। ताकि वहां हो रहे हिंसक प्रदर्शनों को खत्‍म किया जा सके। बता दें कि यह समूह यहाँ पाकिस्‍तान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था। इसकी मांग थी कि अप्रैल में गिरफ्तार किए गए इसके नेता साद रिजवी को भी अब रिहा किया जाए।

वैसे भी ये पहले से ही खबरें थी कि TLP और पाकिस्‍तान की इमरान खान की सरकार के बीच सेना ही तनाव पैदा करवा रही है। असल में पाकिस्तानी आर्मी का असली मकसद तो इमरान खान को बैकफुट पर लाना था। वहीं सूत्रों के मुताबिक ऐसा इसलिए हुआ है कि सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, इमरान सरकार की ओर से लेफ्टिनेंट नदीम अंजुम की नियुक्ति में कर रही देरी और उन्‍हें अब ISI का डीजी बनाने को लेकर खासा नाराज चल रहे थे।