विदेश

Published: Jun 20, 2022 01:57 PM IST

Aamir Liaquat Postmortemक्या कब्र से निकाला जाएगा आमिर लियाकत का शव, अदालत के आदेश के बाद पोस्टमार्टम को लेकर हंमागा हुआ शुरू

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली: पाकिस्तान के लोकप्रिय टीवी होस्ट और सांसद आमिर लियाकत (Aamir Liaquat) का 9 जून को निधन हो गया। वह अपनी शादियों के लिए काफी चर्चा में रहे है। अब उनकी मौत भी चर्चा में है। उनकी मौत पर कई लोगों ने सवाल खड़े किये थे। हालांकि, अब पाकिस्तान की एक अदालत ने आमिर लियाकत के शव का पोस्टमार्टम (Postmortem) कराने का आदेश दिया है। इस वजह से अब आमिर के शव को कब्र से बाहर निकाला जाएगा।

बता दें कि, इस मामले में अब्दुल अहद नाम के एक शख्स ने याचिका दायर की थी। इस शख्स की याचिका पर पिछले हफ्ते न्यायिक मजिस्ट्रेट (ईस्ट) ने आदेश जारी किया था। याचिका में कहा गया था कि, आमिर की मौत किस वजह से हुईं यह पता लगाने के लिए उनके शव का पोस्टमार्टम होना जरूरी है। इसके बाद अदालत ने आमिर के शव का पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया। हालांकि, अदालत के इस फैसले पर कई लोगों ने नाराजगी जताई है। 

पाकिस्तानी अभिनेत्री उशना शाह ने अदालत के आदेश  का विरोध करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ‘शव को कब्र से बाहर निकालने से उनके बच्चों को और पीड़ा ही होगी। वे पहले ही काफी कुछ झेल चुके हैं।’

पाकिस्तान की दिग्गज अभिनेत्री बुशरा अंसारी ने भी अदालत के आदेश का विरोध किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए वीडियो पोस्ट किया है। उन्होंने अपने वीडियो में आमिर की मौत के लिए सोशल मीडिया ट्रोलिंग को जिम्मेदार ठहराया।

अंसारी ने ट्वीट कर कहा, सोशल मीडिया सबसे बड़ी बलाओं में से एक है। उन्होंने अदालत के आदेश के बारे में बात करते हुए कहा कि दुनिया से रुखसत हो चुके लोगों को अधिक अपमानित नहीं करना चाहिए। आमिर लियाकत के बच्चे कई मोर्चों पर जूझ रहे हैं और उन्हें अधिक यातना नहीं दी जानी चाहिए।

बता दें कि, आमिर लियाकत  (Aamir Liaquat) की पहली बीवी सैयदा बुशरा इकबाल शुरुआत से ही उनके पोस्टमॉर्टम के खिलाफ थी। लेकिन अब अदालत के आदेश के बाद वह दुविधा में हैं। आमिर की पहली बीवी ने ट्वीट कर दिवंगत नेता के पोस्टमार्टम को लेकर लोगों से उनकी राय मांगी है। साथ ही उन्होंने उन लोगों से सवाल किया है, जो लियाकत का पोस्टमार्टम कराने की मांग कर रहे है। उन्होंने लोगों से कहा कि, वह उस वक्त कहां थे, जब आमिर मुश्किल भरे दौर से गुजर रहे थे। बुशरा इकबाल ने कहा कि शरिया कानून शव  के पोस्टमॉर्टम  की मंजूरी नहीं देता।